आज विकास भवन के सभागार मे आयोजित कृषि विवधीकरण योजना के अन्र्तगत विभिन्न विभागों को डाप्स विभाग द्वारा दी गयी धनराशि एवं उसके द्वारा करायें कार्यो की समीक्षा करते हुये मुख्य विकास अधिकारी आनन्द कुमार द्विवेदी ने उपस्थिति कृषि, उघान, फल संरक्षण, पशु, डेरी एवं मत्स्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि जो धनराशि उन्हें कृषि विवधीकरण योजना के अन्र्तगत डाप्स विभाग द्वारा दी गयी है उसका कार्याे मे खर्च करने का विवरण बिल बाउचर सहित डाप्स विभाग को उपलब्ध करायें।
बैठक में डाप्स के सचिव जितेन्द्र सिंह ने बताया कि कृषि विभाग को बीज आदि के लिये लगभग आठ लाख रू0 की धनराशि इस योजना के अन्र्तगत दी गयी थी। जिसमें से कृषि विभाग द्वारा 4 लाख 41 हजार रू0 व्यय के बिल आदि प्रस्तुत कर दिये है। तथा उघान विभाग को 23 लाख रू0 दिया गया था जिसमें विभाग द्वारा मात्र क्रंेसिग का कार्य कराया गया है तथा शेष धनराशि खर्च नही हुई है। इस पर सहायक उघान अधिकारी ने बताया कि बीज आदि के रेट निर्धारित न होने के कारण योजना की धनराशि खर्च नही की जा सकी है। फल संरक्षण विभाग के सबन्ध में सचिव ने बताया कि विभाग द्वारा प्रशिक्षण के माध्यम से योजना को क्रियान्वियत किया जा रहा है। श्री सिंह ने बताया कि डेरी एवं मत्स्य विभाग द्वारा धनराशि से कार्य पूर्ण कर लिया गया है परन्तु अभी तक बिल आदि नही प्रस्तुत किये गये है। तथा पशु विभाग द्वारा भी धनराशि खर्च नही की गयी है। इस पर मुख्य विकास अधिकारी ने धनराशि का व्यय न कर पाने वाले अधिकरियों से कहा कि कृषि विवधीकरण योजना में उन्हें जो धनराशि मिली थी और जो शेष रह गयी है उसको भी तत्काल कार्य योजनाओं पर खर्च करें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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