लखनऊ- उत्तर प्रदेश की मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती ने पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमन्त्री तथा माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सी0पी0एम0) के वयोवृद्ध नेता श्री ज्योति बसु के निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है।
एक शोक सन्देश मे मुख्यमन्त्री ने कहा है कि पश्चिम बंगाल के पांच बार मुख्यमन्त्री रहे श्री ज्योति बसु भारतीय राजनीति की महत्वपूर्ण हस्ती थे। साम्यवादी विचारधारा वाले श्री बसु वर्ष 1977 में पश्चिम बंगाल के मुख्यमन्त्री बने। श्री बसु ने पार्टी के विभिन्न पदों पर रहते हुए अपने चुनौतीपूर्ण दायित्वों का सफलता पूर्वक निर्वहन किया।
सुश्री मायावती ने कहा कि कम्युनिस्ट आन्दोलन के कद्दावर नेता श्री बसु 1946 में पहली बार विधान सभा के लिए चुने गये। मृदु स्वभावी और व्यवहार कुशल ज्योति बसु ने अपनी वाकपटुता और संसदीय कार्य प्रणाली से सभी के मन पर गहरी छाप छोड़ी। उन्होंने कहा कि 23 साल के लम्बे समय तक लगातार पश्चिम बंगाल का मुख्यमन्त्री बने रहना भारतीय राजनीति में एक शानदार उपलब्धि के रूप में उनके नाम दर्ज है।
सुश्री मायावती ने दिवंगत आत्मा की शान्ति की कामना करते हुए शोक सन्तप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना एवं सहानुभूति व्यक्त की है तथा श्री बृजेश पाठक सांसद को श्रद्धांजली अर्पित करने तथा श्री बसु के पार्थिव शरीर को पुष्पांजलि अर्पित करने हेतु कोलकाता के लिए रवाना कर दिया।
ज्ञातव्य है कि 96 वर्षीय ज्योति बसु काफी दिनों से बीमार थे और उनका इलाज कोलकाता के ए.एम.आर.आई. अस्पताल में चल रहा था। आज पूर्वांह्न में उनका निधन हो गया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Vikas Sharma
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