पुलिस महानिदेशक एवं प्रमुख सचिव गृह ने सराहनीय कार्य को अंजाम देने वाली पुलिस टीम को बधाई दी
उत्तर प्रदेश के मोस्ट वांटेड एक लाख रुपये के इनामी अन्तर्राज्यीय कुख्यात अपराधी सुशील उर्फ मूंछ को पिंक स्क्वायर माॅल राजा पार्क थाना आर्दशनगर जयपुर राजस्थान क्षेत्र से गिरफ्तार करने में एसटीएफ ने महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। इस अपराधी पर 40 अपराधिक मुकदमंे हैं। पुलिस महानिदेशक श्री ए0सी0 शर्मा एवं प्रमुख सचिव गृह श्री आर0एम0 श्रीवास्तव ने इस सराहनीय कार्य को अंजाम देने वाले पुलिसकर्मियों को बधाई दी है।
अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था एवं एसटीएफ श्री अरुण कुमार एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ श्री अमित पाठक नें इस गिरफ्तारी का विवरण देते हुए आज यहाॅ बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त सुशील उर्फ मूंछ मुजफ्फरनगर जिले के थाना रतनपुरी क्षेत्रान्तर्गत मथेंडी का रहने वाला है। सुशील मूॅंछ विगत 3 दशकों से पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखण्ड आदि में सनसनीखेज अपराधिक घटनाओं को अंजाम देता रहा है तथा वर्तमान में ईनामी अपराधियों में यह सबसे कुख्यात रहा है। उन्होंने बताया कि सुशील मूछ गैंग द्वारा पश्चिमी उ0प्र0 में चीनी मिलों में मैली आदि का ठेका लेने, प्रधान व ब्लाॅक प्रमुख तथा अन्य चुनावों की रंजिश से उत्पन्न वैमनस्य का बदला लेने, अवैध वसूली करने, सुपारी लेकर हत्या जैसे अपराध करने, रंगदारी तथा अपने विरोधियों की हत्या कर आस पास के इलाकों में आतंक बनाकर अपना वर्चस्व कायम किया जाता रहा है।
वर्ष 1991 में पूर्व ब्लाॅक प्रमुख सुरेन्द्र कुकड़ा की उसके 4 अन्य साथियों सहित नई मण्डी मुजफ्फनगर में हत्या भूपेन्द्र बाफर, यशपाल राठी व धर्मेन्द्र हिसावतडी के साथ मिलकर की थी। सुरेन्द्र कूकड़ा व सुशील मुॅंछ के बीच लम्बे समय तक गैंगवार के चलते लगभग एक दर्जन हत्यायें हुईं। सुरेन्द्र कुकड़ा के लड़के कुलदीप की हत्या वर्ष 1997 में नई मण्डी क्षेत्र मु0नगर में सुशील मूंछ गैंग के दीपक शर्मा, मनोज व पप्पू कूकड़ा द्वारा की गयी थी। वर्ष 1999 में सुरेन्द्र कूकड़ा के लड़के कुलदीप के दोस्त नवीन व मनीष निवासीगण मीरापुर की हत्या सुशील मूंछ गैंग द्वारा थाना खतौली जनपद मुजफ्फरनगर में की गयी थी।
देहरादून में सुशील मूंछ गैंग द्वारा वर्ष 1992 में वकील हरि गर्ग तथा वर्ष 1994 में उसके भाई की हत्या की गयी थी। उस समय सुशील मूंछ द्वारा जेल में रहते हुए यह घटनायें करायी गयी थीं।
वर्ष 1994 में खतौली के शुगर मिल कर्मचारी नेता कालूराम गूर्जर की हत्या सुशील मूंछ गैंग के दीपक शर्मा, उदयराज सैनी व विनय नेहरा द्वारा की गयी थी। वर्ष 1999 में खतौली चीनी मिल के उपप्रबन्धक श्री एस0सी0 जग्गी की हत्या सुशील मूंछ द्वारा अपने गैंग बलविन्द व चन्दन द्वारा करायी गयी थी। यह हत्या सुशील मूॅंछ ने अपने दोस्त जयप्रकाश शास्त्री पूर्व प्रधान ग्राम भैसी की रंजिश के चलते करायी थी।
सुशील मूॅंछ गैंग से नफीस कालिया गैंग के बीच काफी लम्बे समय तक गैंगवार चली। वर्ष 1998 में नफीस के सह-अभियुक्त बिट्टू की हत्या सुशील मुुूंछ गैंग द्वारा की गयी थी। जेल में रहते हुए वर्ष 2000 में सुशील मूंछ द्वारा अपने गैंग द्वारा नफीस गैंग के सक्रिय सदस्य हसीन की हत्या पुलिस अभिरक्षा में मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन पर करा दी गयी थी।
वर्ष 1999 में कचहरी में नफीस पर सुशील मूंछ गैंग द्वारा पुलिस कस्डटी में जानलेवा हमला किया गया जिसमें तीन गोलिया लगने के बाद भी नफीस बच गया था। नफीस कालिया की हत्या वर्ष 2004 में लाडवा कुरूक्षेत्र हरियाणा में सुशील मूंछ गैंग के माजिद, बलविन्द सैनी व जितेन्द्र सोन्टा द्वारा कर दी गयी।
गिरफ्तार अपराधी सुशील उर्फ मूंछ की प्राथमिक पूछताछ से गत वर्ष मेरठ में हुई संजय गुर्जर की हत्या में इसकी संलिप्तता प्रतीत हो रही है। बदन सिंह बद्दो के कहने पर शूटर उपलब्ध कराये थे। इन तथ्यों की छानबीन तथा गहन विवेचना हेतु जनपद मेरठ पुलिस को अवगत कराया जा रहा है। गिरफ्तार अभियुक्त को थाना रतनपुरी जनपद मुजफ्फरनगर पर दाखिल कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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