मां का दूध ही शिशुओं के लिए सर्वोत्तम आहार है
‘‘नवजात शिशु देखभाल सप्ताह’’ के आयोजनों के क्रम में राजकीय महिला चिकित्सालय स्थित मण्डलीय प्रशिक्षण केन्द्र में स्वास्थ्य विभाग एवं यूनिसेफ के संयुक्त तत्वानधान में जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया । इस अवसर पर एस0एन0मेडिकल कालेज के डा0 नीरज यादव ने पावर पाइन्ट प्रजेन्टेशन के माध्यम से नवजात शिशु की देखभाल के ेविषय में विस्तार से जानकारी दी और नवीनतम शोध के परिणामों से अवगत कराया।
संगोष्ठी में नवजात शिशु मृत्युदर को कम करने पर चर्चा की गई और कहा कि इसकी रोकथाम के उपायों के साथ हम नवजात शिशु की मृत्युदर में कमी कर सकते है।
नवजात शिशु में होने वाली मुख्य बीमारियों एवं कारणो के बारे में जानकारी देते हुए हाइपोथर्मिया से होने वाली मृत्यु को रोकने के उपायों पर चर्चा की गई। संगोष्ठी में इसे रोकने के लिए ‘‘कंगारू मदर केयर’’ के बारे में बताया गया। सभी नवजात शिशुओं को जन्म के एक घण्टे के अन्दर स्तनपान निश्चित रूप से कराया जाए और 6 माह तक सिर्फ मां का ही दूध पिलाया जाए। प्रेजेन्टेशन के माध्यम से बताया गया कि मां का दूध ही शिशुओं के लिए सर्वोत्तम आहार है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 मंजू शर्मा ने बताया कि जनपद आगरा के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रो पर नवजात शिशु की बेहतर देखभाल के लिए रेडियेन्ट वार्मर उपलब्ध कराया गया है और नवजात शिशु केयर की स्थापना करा दी गई है नवजात शिशु देखभाल सप्ताह के अन्र्तगत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं लेडी लायल राजकीय महिला चिकित्सालय में स्वस्थ शिशु प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया है।
इस कार्यशाला का शुभारम्भ दीप जलाकर डा0 मंजू शर्मा मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डा0 प्रभा उपाध्याय एवं डा0 वाई0पी0सिंह ने किया। कार्यशाला में यूनिसेफ के तकनीकि सलाहकार बाल मुकुंद, सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, बाल रोग विशेषज्ञ, बलवीर वर्मा जिला कार्यक्रम प्रबन्धक, बाल विकास परियोजना अधिकारी, एवं एन0जी0ओ0 के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com