राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (उ. प्र.) की त्रैमासिक बैठक बड़ौदा हाउस, अंचल कार्यालय, लखनऊ स्थित ‘सर सयाजीराव गायकवाड‘ हाल में आयोजित की गयी. बैठक की अध्यक्षता एस. के. जैन, कार्यकारी निदेशक, बैंक आॅफ बड़ौदा, मुम्बई द्वारा की गयी. बैठक में प्रदेश शासन से प्रमुख सचिव (संस्थागत वित्त) अवनीश अवस्थी; भारतीय रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक डा0 रबी एन. मिश्रा; नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक एन. कृष्णन तथा विभिन्न विकास विभागों, वित्तीय संस्थानों तथा केन्द्र व राज्य सरकार के वरिष्ठ कार्यपालकों/अधिकारियों ने भाग लिया. डी. के. गर्ग, महाप्रबंधक, बैंक आॅफ बड़ौदा एवं संयोजक राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (उ. प्र.) ने सभी सम्मानित सदस्यों का स्वागत करते हुये बैंकों द्वारा विभिन्न मानको में दर्ज प्रगति का संक्षिप्त परिचय दिया तथा वित्तीय समावेशन प्लान, किसान क्रेडिट कार्ड, वार्षिक ऋण योजना आदि के अन्तर्गत आवंटित लक्ष्यो की शत् प्रतिशत उपलब्धि हेतु आह्वाह्न किया. अपने अध्यक्षीय संबोधन में एस. के. जैन, कार्यकारी निदेशक, बैंक आॅफ बड़ौदा, मुम्बई ने वर्तमान राष्ट्रीय व अंर्तराष्ट्रीय मुद्दों पर प्रकाश डालते हुये इस बैठक की महत्ता व विभिन्न ऐजेन्डा बिन्दुओं यथा ऋण जमा अनुपात, शाखा विस्तार कार्यक्रम, वित्तीय समावेशन आदि पर विस्तृत चर्चा की. उन्होने गत् 16 नवम्बर 2012 को वित्त मंत्री, भारत सरकार द्वारा उत्तरी क्षेत्रों के माननीय मुख्य मंत्रियों व बैंक प्रमुखो के साथ सम्पन्न बैठक के मुख्य बिन्दुओं से अवगत कराते हुये आवश्यक कार्यवाही का अनुरोध किया क्षेत्रीय निदेशक, भारतीय रिजर्व बैंक डा0 रबी एन मिश्रा ने सदन को संबोधित करते हुये सभी ऐजेन्सीज के समग्र व संयुक्त प्रयासों की महत्ता पर बल दियामुख्य महाप्रबंधक, नाबार्ड एन. कृष्णन ने कृषि क्षेत्र हेतु नाबार्ड की विभिन्न योजनाओं तथा कृषि ऋण प्रवाह को तेज करने की आवश्यकता बताई ताकि चालू रबी सीजन में किसानों की ऋण आवश्यकताओं की पूर्ति की जा सके. बैठक के अन्त में विकास पाण्डेय, महाप्रबंधक, बैंक आॅफ इण्डिया ने धन्यवाद
प्रस्ताव ज्ञापित किया.।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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