- प्रत्येक व्यक्ति को अपने दायित्वों के निर्वहन के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में भी भागीदारी सुनिश्चित कर असहाय लोगों की मदद करने हेतु आगे आना चाहिए- मुख्य सचिव
- प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित कराने में सामाजिक संस्थाएं अपना और अधिक सहयोग प्रदान करें- जावेद उस्मानी
- पूर्णानन्द तिवारी संस्थान द्वारा लगभग 600 विद्यार्थियों का निःशुल्क हेपेटाइटिस-बी टीकाकरण तथा लगभग 231 छात्रों को ड्रेस वितरण
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री जावेद उस्मानी ने कहा है कि निर्बल एवं अनाथ बच्चों एवं असहाय वृद्धजनों की मदद करना सबसे बड़ा पुण्य का कार्य है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने दायित्वों के निर्वहन के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में भी भागीदारी सुनिश्चित कर असहाय लोगों की मदद करने हेतु आगे आना चाहिए। अत्यन्त निर्धन एवं बुजुर्ग लोगों को समय-समय पर उनकी आवश्यकतानुसार निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण कराकर चश्में, कम्बल, पाठ्य सामग्री तथा जरूरत के अनुसार गरीब छात्रों के अध्ययन हेतु शिक्षण शुल्क आदि की मदद करने हेतु सामाजिक संस्थाओं को और अधिक आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि सामाजिक संस्थाओं का यह भी दायित्व है कि वे राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं से अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित कराने में अपना और अधिक सहयोग प्रदान करें।
मुख्य सचिव आज राजकीय इण्टर काॅलेज, निशातगंज, लखनऊ में पूर्णानन्द तिवारी संस्थान, लखनऊ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में विद्यार्थियों को स्काउट एवं गाइड डेªस का वितरण कर रहे थे। उन्होंने कहा कि निर्धन लोगों की मदद करने से उनकी आत्मा से मिलने वाले आशीर्वाद से बढ़कर कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व है कि वह अपने समुचित संसाधनों का उचित उपयोग कर लोगों की मदद करे। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम दान दाताओं और अन्य संस्थाओं को भी प्रेरित करते हैं। कार्यक्रम में लगभग 600 विद्यार्थियों के निःशुल्क हेपेटाइटिस-बी टीकाकरण तथा लगभग 231 छात्रों को ड्रेस वितरण कराने के साथ-साथ ‘सेवा संदेश स्मारिका’ का विमोचन भी किया गया।
श्री उस्मानी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा निर्धन एवं असहाय बच्चों एवं उनके परिवारों के साथ-साथ वृद्धजनों के लिए अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। आवश्यकता है कि ऐसी योजनाओं से अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित करने के लिए समाज के हर सबल व्यक्ति को अपनी भागीदारी सुनिश्चित करानी होगी। उन्होंने कहा कि गरीबों की मदद के लिए न तो योजनाओं की कमी है और न ही धन की। बल्कि आवश्यकता है कि ऐसी योजनाओं से अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित करने हेतु उन्हें प्रेरित किया जाए।
मुख्य सचिव ने पूर्णानन्द तिवारी सेवा संस्थान द्वारा निःशुल्क चिकित्सा परामर्श केन्द्र का संचालन कर बाजार से काफी कम दर पर पैथालाॅजी, अल्ट्रासाउण्ड, एक्सरे एवं ई.सी.जी. एवं नेत्र परीक्षण आदि किए जाने की जानकारी मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त करने हुए कहा कि ऐसी संस्थाओं को प्रदेश सरकार द्वारा हर सम्भव मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि निर्धन बच्चों को पढ़ाई हेतु शिक्षण शुल्क के साथ-साथ यूनीफाॅर्म एवं पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध कराया जाना सराहनीय कार्य है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे उ0प्र0 के पूर्व मुख्य सचिव एवं पूर्व कैबिनेट सचिव, भारत सरकार श्री टी.एस.आर. सुब्रमन्यन ने भी संस्थान द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि अन्य सामाजिक संस्थाओं को भी ऐसे कार्य करने होंगे। उन्होंने कहा कि सामाजिक संस्थाएं सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित कराएं।
कार्यक्रम में पूर्व मुख्य सचिव एवं अध्यक्ष चतुर्थ राज्य वित्त आयोग, उ0प्र0 श्री अतुल कुमार गुप्ता, प्रमुख सचिव श्रम श्री शैलेष कृष्ण, सचिव माध्यमिक शिक्षा श्री पार्थ सारथी सेन शर्मा, प्रमुख स्टाफ आॅफिसर मुख्य सचिव श्री आशीष कुमार गोयल, निदेशक डाॅ0 राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, डाॅ0 एम.सी. पन्त, निदेशक पी.जी.आई. डाॅ0 आर.के. शर्मा, मुख्य सलाहाकार टाटा कन्सल्टेन्सी सर्विसेज, श्री जयन्त कृष्णा, कार्यकारी अध्यक्ष पूर्णानन्द तिवारी संस्थान श्री महेश चन्द्र जोशी एवं महामंत्री श्री आनन्द सिंह बिष्ट सहित अन्य समाजसेवी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com