- अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में लगे प्रदेश के आकर्षक स्टालों की सराहना
- उत्तर प्रदेश में औद्योगिक विकास की अपार सम्भावनायें
- प्रदेश सरकार पूंजी निवेशकों को हर सम्भव सहयोग व सुविधायें सुलभ कराने के लिए कटिबद्ध
- उद्योगों के साथ ही शिक्षा, चिकित्सा, ऊर्जा व कृषि आदि क्षेत्रों में निवेश करने वाले उद्यमियों को समुचित प्रोत्साहन एवं सुविधायें
उत्तर प्रदेश के लघु उद्योग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भगवत शरण
गंगवार ने आज नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित भारत अन्तर्राष्ट्रीय
व्यापार मेला-2012 में स्थापित उत्तर प्रदेश मण्डल का अवलोकन किया। उन्होंने
इस अवसर पर कहा कि उत्तर प्रदेश में औद्योगिक विकास की अपार सम्भावनायें हैं।
प्रदेश सरकार राज्य में पूंजी निवेश करने वाले निवेशकों को हर सम्भव सहयोग और
मूलभूत सुविधाएॅं सुलभ कराने के लिए कटिबद्ध है। प्रदेश के औद्योगिक विकास के
लिए सरकार निजी क्षेत्र से भी सहयोग का अनुरोध करती है। उद्योगों के साथ ही
शिक्षा, चिकित्सा, ऊर्जा तथा कृषि आदि क्षेत्रों में निवेश करने वाले
उद्यमियों को समुचित प्रोत्साहन एवं सुविधायें उपलब्ध करायी जा रही है।
श्री गंगवार ने उद्योग विभाग में एम.एस.एम.ई. उद्योगों के स्वचालित पंजीयन
हेतु इन्टरनेट पोर्टल का भी शुभारम्भ किया। इसके उपयोग से नये उद्यम स्थापित
करने के इच्छुक व्यक्तियों को बिना उद्योग विभाग के कार्यालय आये, घर बैठे ही
24 घण्टे कभी भी अपने प्रस्तावित उद्योग को लगाने के लिए मेमोरण्डम फाइल करने
तथा अपना पंजीयन संख्या प्राप्त करने की सुविधा हो जायेगी। इसी प्रकार स्थापित
उद्योगों के मेमोरण्डम पार्ट-2 का पंजीयन भी घर बैठे किसी समय अथवा किसी भी
साइबर कैफे से कराया जा सकता है। उद्यामियों की सुविधा के लिए देश एवं विदेश
में आयोजित होने वाले ट्रेड फेयर में भाग लेने के लिए भी पोर्टल का प्रारम्भ
भी श्री गंगवार ने किया। इससे इच्छुक उद्यमी अपेक्षाकृत सस्ती दरों पर अपने
मनपसन्द मेलों में भाग ले सकेंगे। उन्होंने इस वर्ष मेले की थीम ’दक्ष भारत’
के अनुरूप उत्तर प्रदेश में तकनीकी शिक्षा के प्रसार में योगदान देने वाले
अनेक शिक्षाविदों तथा उद्यमियों का उत्साहवर्धन भी मण्डप में किया।
लघु उद्योग राज्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पंूजी निवेशकों को
प्रदेश में उद्योग स्थापित करने के लिए बेहतर कानून-व्यवस्था के साथ-साथ
उद्योगों के लिए आधारभूत संरचना एवं सुविधायें उपलब्ध करायी गयी हैं। उन्होंने
कहा कि जल्द ही प्रदेश विद्युत उत्पादन में आत्मनिर्भर हो जायेगा। हर घर में
बिजली पहुंचाने के लिए विभिन्न विद्युत परियोजनाओं पर तेजी से काम किया जा रहा
है। औद्योगिक विकास के साथ ही लघु, कुटीर, पारम्परिक एवं हस्तशिल्प उद्योगों
को भी बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है, क्योंकि इन उद्योगों में
रोजगार सृजन की व्यापक संम्भावनाएं हैं। इसलिए प्रदेश सरकार ने इनको
प्रोत्साहन देने के लिए अपने बजट में पर्याप्त व्यवस्था की है। इसके अलावा
निर्यात को भी प्रोत्साहित करने के लिए उद्यमियों को विभिन्न मदों में दी जाने
वाली सहायता राशि में भी वृद्धि की गयी है। उद्यमियों की समस्याओं के त्वरित
निस्तारण के लिए आॅन लाइन व्यवस्था की गयी है।
श्री गंगवार ने कहा कि ग्रेटर नोएडा से आगरा तक छः लेन के यमुना एक्सप्रेस-वे
का निर्माण कराया गया है। राज्य सरकार अब आगरा से लखनऊ तक विश्व स्तरीय
एक्सप्रेस-वे बनाने जा रही है। इस हेतु प्रोजेक्ट डेवलपमेन्ट कन्सलटेन्ट के
चयन हेतु निविदाएॅं आमंत्रित की जा चुकी हैं। इसके अतिरिक्त प्रदेश के सभी
जनपद मुख्यालयों को चार लेन मार्गों से जोड़ा जाएगा। इस हेतु राज्य सरकार अपने
संसाधनों तथा निजी विकासकर्ताओं के सहयोग से कार्य करेगी। राज्य सरकार का
मानना है कि ऐसे निर्माण से इन मार्गों के किनारे पर बसे हुए विशेष रूप से
पिछड़े इलाकों का तेजी से विकास सुनिश्चित होगा और उद्योग लगने की अपार
सम्भावनाएॅं सृजित होंगी।
लघु उद्योग राज्य मंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने क्षेत्रीय असंतुलन को दूर
करने और बेरोजगारी को समाप्त करने के उद्देश्य से प्रदेश के पिछड़े हुए
बुन्देलखण्ड एवं पूर्वांचल क्षेत्रों के विकास के लिए अनेक कदम उठायें हैं,
इसके साथ ही इन क्षेत्रों में उद्योगों को प्रोत्साहन देने के लिए विशेष
रियायतें दिये जाने की व्यवस्था की गयी है।
इससे पूर्व श्री गंगवार ने उत्तर प्रदेश मण्डप का अवलोकन किया। मण्डप का मुख्य
द्वार आगरा के विश्व प्रसिद्ध ताजमहल के बाहरी गेट के प्रतीक के रूप में बनाया
गया है। मण्डप के दाहिनी ओर मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव द्वारा कुछ समय पहले
उद्घाटित किये गये यमुना एक्सप्रेस-वे को दर्शाया गया है, जिसका प्रारम्भ आगरा
के प्रतीक ताजमहल से दिल्ली के प्रतीक लालकिले तक हुआ है। इसमें यमुना
एक्सप्रेस-वे पर रिमोट के माध्यम से आकर्षक ढंग से वाहनों को चलता हुआ दिखाया
गया है। उसके ठीक ऊपर समाजवादी ज्योति के प्रतीक डा0 राम मनोहर लोहिया पार्क
का दृश्य फ्लैक्स के माध्यम से दर्शाया गया है तथा मण्डप के प्रवेश द्वार के
बाईं ओर मुख्यमंत्री को प्रदेश की जनता को सम्बोधित करते हुए दिखाया गया है।
साथ ही सैफई स्थित स्टेडियम का दृश्य परिलक्षित हो रहा है। प्रवेश द्वार के
अंदर जाने पर महाकुंभ-2013, जो इलाहाबाद में आयोजित किया जा रहा है, का चित्रण
मनोरम रूप में किया गया है।
मण्डप में प्रदेश की प्रतिष्ठित इकाईयों द्वारा अपने उत्पादों का प्रदर्शन
किया गया है। इनमें मुख्यतः विश्व विख्यात भदोही का कारपेट, अलीगढ़ के ताले,
फिरोजाबाद के कांच की वस्तुएं, डेयरी उत्पाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा एवं यमुना
एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण द्वारा किये जा रहे प्रगतिशील कार्यों को दर्शाया गया
है।
इस वर्ष विशेष रूप से शैक्षिक संस्थानों ने भी अपने क्रियाकलापों व योगदान को
आकर्षक ढंग से प्रदर्शित किया। उत्तर प्रदेश के हस्तशिल्प से संबंधित मुख्य
स्थानों जैसे मुरादाबाद के पीतल उद्योग, कानपुर के चर्म उत्पादन, कन्नौज का
इत्र, मेरठ के स्पोर्ट गुड्स, आगरा का मार्बल एवं जरी उद्योग, लखनऊ के विश्व
विख्यात चिकन उत्पादन, सहारनपुर के लकड़ी की पच्चीकारी के उत्पाद, गोरखपुर के
जूट वाॅल हैंगिंग, खुर्जा के पाॅटरी उत्पाद, मेरठ का इम्ब्राइडरी, नोएडा के
डेकोरेटिव सामान, गाजियाबाद की विश्व प्रसिद्ध एटलस साईकिल, प्रदेश की आर0ओ0
उत्पादक इकाईयों का प्रदर्शन, रामपुर का पैचवर्क इत्यादि उत्पादों का बेहतरीन
प्रदर्शन किया गया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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