वर्तमान प्रदेश सरकार के मंत्रिमण्डल में एक राज्य मंत्री द्वारा कैबिनेट मंत्री के विरूद्ध मोर्चा खोलने, पुलिस विभाग का मुखिया द्वारा खुलेआम अपने मातहतों द्वारा उसकी न सुने जाने, एडीजी कानून व्यवस्था का कहीं अता-पता न होने, पिछले 7 माह में होने वाले 8 साम्प्रदायिक दंगे, समाजवादी पार्टी की सरकार के अन्दर अन्र्तद्वंद उजागर करते हैं, वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री रोजाना प्रदेश में बेहतर कानून व्यवस्था का थोथा ढिंढोरा पीट रहे हैं।
उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मारूफ खान ने आज यहां जारी बयान में कहा कि प्रदेश सरकार के मंत्री एवं अफसरों का अंतकर्लह अब खुलकर सामने आ गया है। जहां एक ओर प्रदेश सरकार के एक राज्यमंत्री द्वारा अपने ही कैबिनेट मंत्री के विरूद्ध मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अपने विभाग में दागी लोगों की तैनाती का आरोप लगाया जा रहा है वहीं नियमविरूद्ध हुए तबादलों को निरस्त करने की मांग की जा रही है। वहीं दूसरी तरफ प्रदेश सरकार के पुलिस प्रमुख द्वारा फैजाबाद दंगों के बाद उनके मातहत अधिकारियों द्वारा उनकी न सुनी जाने का रोना रोया जा रहा है।
प्रवक्ता ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में पिछले 7 माह में हुए 8 साम्प्रदायिक दंगों के बाद भी प्रदेश सरकार अभी तक आंख मूंदे हुए है। दीपावली एवं मोहर्रम का त्योहार नजदीक है । आये दिन हत्या, बलात्कार, मारपीट, लूट-खसोट की घटनाएं समाचारपत्रों की सुर्खियां बन रही हैं, और ऐसे समय में एडीजी कानून व्यवस्था का पद खाली होना आम जनता की सुरक्षा को लेकर राज्य सरकार की उदासीनता एवं विफलता का प्रमाण है।
श्री खान ने कहा कि समाजवादी पार्टी के मंत्री, विधायक और नेता पूरी तरह बेलगाम हो चुके हैं। कई बार सपा मुखिया द्वारा कार्यकर्ताओं को अनुशासन मंे रहने की चेतावनी देने के बावजूद सपा के विधायकों एवं उनके रिश्तेदारों द्वारा समय-समय पर हर्ष फायरिंग आदि किया जाना इस बात का प्रमाण है कि समाजवादी पार्टी शासन एवं संगठन पर अपना नियंत्रण खो चुकी है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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