1857 की स्वतंत्रता संग्राम की अगुवाई करने वाले भारत के आखिरी मुगल बादशाह बहादुर शाह ज़फर की 150वीं पुण्य तिथि पर आज यू0पी0प्रेस क्लब में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। प्रदेश के जन्तु उद्यान राज्य मंत्री डा0 शिव प्रताप यादव ने कहा कि सही अर्थ में वे एक सच्चे भारतीय और क्रांतिकारी थे। बहादुर शाह ज़फर की प्रेरणा और उनकी एक आवाज पर सारे भारतीय राजा, चाहे वे हिन्दू या मुसलमान हो, सभी लोग एक साथ संगठित होकर अंग्रेजों के खिलाफ जंग में भाग लिया। उन्होंने कहा कि कुछ कारणों से ये अभियान सफल नहीं हुआ वरना हमारा देश सन् 1857 में ही आजाद हो जाता। श्री यादव ने कहा कि उनकी इस कुर्वानी के लिए देश सदैव ऋणी रहेगा तथा मैं उनकी बहादुरी को सलाम करते हुए सच्ची श्रंद्धाजलि अर्पित करता हूॅं।
जन्तु उद्यान राज्य मंत्री शिव प्रताप यादव ने कहा कि सन् 1857 की जंग की अगुवाई करने के कारण अंग्रेजों ने उनके तीन बच्चे तथा पोते का कत्ल करके उनको रंगून काला पानी भेज दिया। ऐसे देशभक्त क्रांतिकारियों को याद करने के लिए इस तरह के आयोजन किये जाने की आवश्यकता है। श्री यादव ने कहा कि हिन्दुस्तान में ऐसी बहुत सी ऐतिहासिक धरोहर हैं जो पूरे विश्व में प्रसिद्ध हैं जिसका निर्माण मुगल बादशाहों द्वारा करवाया गया है। इन्हीं धरोहरों से विश्व में हमारी पहचान है।
जन्तु उद्यान राज्य मंत्री ने कहा कि भारत सरकार द्वारा हिन्दुस्तान में अल्पसंख्यकों के लिए 5 विश्वविद्यालय खेलने की योजना प्रस्तावित है। मैं मुख्यमंत्री से मांग करूंगा कि उ0प्र0 में बनने वाले विश्वविद्यालय का नामकरण बहादुर शाहज़फर के नाम पर किया जाय। श्री यादव ने कहा कि जब तक देश के मुसलमानों को मुख्य धारा से नहीं जोड़ा जायेगा तब तक हिन्दुस्तान विश्व की महाशक्ति नहीं बन पायेगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मुसलमानों की सच्ची हितैषी है। मुसलमानों के हित के लिए संशोधित सच्चर कमेटी की रिपोर्ट को प्रदेश में लागू करने की मांग मुख्यमंत्री से करूंगा। श्री यादव ने कहा कि प्रदेश में नये बनने वाले जन्तु उद्यानों का नामकरण मुसलिम क्रांतिकारियेां के नाम पर करने की सिफारिश मुख्यमंत्री से करूंगा। गयासबान इण्टर कालेज के बच्चों ने राष्ट्रभक्ति के गीत पेश किया जिस पर माननीय मंत्री जी ने इनाम दिया।
संगोष्ठी में तारिक सिद्दीकी, अब्दुल नसीर नासिर, मो0 अली0 करामत पीजी कालेज की प्रधानाचार्य तथा अन्य वक्ताओं ने सम्बोधित किया। मासमीन अंजूम एम0डी0 गयासबान इण्टर कालेज कार्यक्रम का आयोजन आल इण्डिया ग़नी तालीमी मरकज़ की ओर से किया गया। इसकी अध्यक्षता श्री अब्दुल नसीर नासिर ने करते हुए कहा कि दुनिया का यह पहला बादशाह था जिसके बच्चों के सरकलम करके दस्तरी में रख कर बाद(बादशाह) को पेश किया गया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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