समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि सामाजिक कार्यकर्ता सुश्री मेधा पाटकर की गिरफ्तारी और किसान नेता श्री सुनीलम को उम्र कैद की सजा से स्पष्ट है कि कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी की सरकारें कारपोरेट घरानों के साथ मिलकर किसानों की लूट में जुटी हैं और जो किसान तथा गरीब की आवाज उठाते हैं उन्हें कुचल देने का कुप्रयास हो रहा है। समाजवादी पार्टी जनविरोधी कारनामों एवं सांप्रदायिक तत्वों की घोर निन्दा करती है।
किसानों और गरीबों के विरोध में कांग्रेस के साथ भाजपा सरकारों का पूरा गठबंधन है। दोनों ही जमीनों को लूटकर बड़े बिल्डरों एवं पूंजी घरानों को देने के लिए किसानों का उत्पीड़न कर रही है। उत्तर प्रदेश में बसपा सरकार भी पांच साल यही करती रही। भाजपा चूॅकि पंूजीपतियों की खुली समर्थक है इसलिए उसकी सरकारें गुजरात में हो या मध्य प्रदेश में सब एक ही रास्ते पर चलती नजर आती है। अपने विरोध को कुचलने की उनकी अलोकतांत्रिक प्रवृत्ति का सुश्री मेधा पाटकर और सुनीलम की गिरफ्तारी से नग्न प्रदर्शन हो रहा है। ऐसा लगता है कि भाजपाई मानसिकता गुजरात के बाद मध्य प्रदेश को भी अधिनायकशाही के साथ सांप्रदायिकता का जहर फैलाकर अपनी नई प्रयोगशाला बनाना चाहती है।
मध्य प्रदेश के छिदंवाड़ा में किसानो ंको जबरन विस्थापित किए जाने के खिलाफ श्री सुनीलम बराबर संघर्ष करते रहे हैं। इस बीच मुलताई और आसपास के इलाके में कई गांवो में किसानों ने सरकारी फैसलें के खिलाफ चूल्हा बंदी आंदोलन किया। बैतूल के गांवो में किसानों ने भूख हड़ताल की। किसानों पर गोली चलाई गई और सजा भी किसानों को ही दी गई। श्री सुनीलम को उम्र कैद की सजा सुना दी गई।
बड़े कारपोरेट घरानों की शह पर किसानों के आंदोलन को कुचलने और किसानों की वकील की गिरफ्तारी का विरोध करने जब मेधा पाटकर सत्याग्रह पर बैठी तो उन्हें भी जेल भिजवा दिया गया। यह सरासर अलोकतांत्रिक, अराजनैतिक और किसान तथा जनविरोधी कदम है। इसके लिए मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार की जितनी निन्दा की जाए कम है। देश में सांप्रदायिक ताकतें अधिनायकशाही तरीके से काम कर रही है और जनांदोलनों को कुचलने में लगी है। समाजवादी पार्टी इनको अपनी सीमा में रहने की चेतावनी देती है और मेधा पाटकर और उनके साथियों की रिहाई की मांग करती है।
उत्तर प्रदेश में श्री मुलायम सिंह यादव ने सांप्रदायिक तत्वों को करारी शिकस्त देकर धर्मनिरपेक्षता एवं लोकतांत्रिक मूल्यों को बचाया है। समाजवादी पार्टी की वजह से ही केन्द्र में सांपद्रायिक तत्व सत्ता में नही आ पाए हैं। प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार ने किसानों के कल्याण की तमाम योजनाएं बनाई है। किसानों की जमीन यहां जबरन अधिग्रहीत नहीं की जा सकती है। यहां तक कि कर्ज से बंधक जमीन की नीलामी नहीं हो सकती है। समाजवादी पार्टी किसानों, नौजवानों और अल्पसंख्यको की पक्षधर पार्टी है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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