उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बी.एच.ई.एल.) को उत्तर प्रदेश विद्युत उत्पादन निगम की परियोजनाओं का कार्य गुणवत्ता के साथ समय से पूरा कराने के निर्देश दिए हैं, जिससे कि प्रदेश की जनता को बेहतर विद्युत आपूर्ति की जा सके। उन्होंने कहा कि गुणवत्ता के साथ किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि दोनों संस्थाओं के अधिकारी एक साथ बैठकर कार्यों को पूरा करने की एक रूपरेखा तैयार करें तथा उसी के अनुरूप कार्य पूरा करें।
मुख्यमंत्री आज अपने सरकारी आवास पर राज्य में बी.एच.ई.एल. द्वारा विद्युत परियोजनाओं के लिए कराए जा रहे कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि परियोजनाओं में हो रही देरी के कारण ब्याज में लगातार वृद्धि हो रही है। इसका सीधा असर परियोजना लागत तथा बिजली उत्पादन पर पड़ेगा, जिससे प्रदेश का विकास भी प्रभावित होगा।
श्री यादव ने कहा कि प्रदेश गम्भीर बिजली संकट के दौर से गुजर रहा है। उनकी सरकार कम से कम दर पर प्रदेश की जनता को बिजली जैसी मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है। इसीलिए वर्तमान सरकार लगातार बिजली की आपूर्ति एवं मांग में अंतर को कम करने के लिए अन्य स्रोतों से बिजली क्रय कर आपूर्ति करा रही है। उन्होंने विद्युत उत्पादन में राज्य को आत्मनिर्भर बनाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की चर्चा करते हुए कहा कि इसमें बी.एच.ई.एल. की महत्वपूर्ण भूमिका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की समस्त विद्युत उत्पादन परियोजनाओं पर बी.एच.ई.एल. लगभग 09 हजार करोड़ रुपए के कार्य करा रही है। उन्होंने कहा कि इन सभी परियोजनाओं का कार्य बी.एच.ई.एल. को इसकी विश्वस्तरीय ख्याति के दृष्टिगत एकल निविदा आधार पर प्रदान की गई हैं। इसके बावजूद सभी विद्युत परियोजनाएं विभिन्न कारणों से अपने निर्धारित समय से काफी पीछे चल रही हैं। विशेष रूप से निर्माणाधीन अनपरा डी तथा ओबरा एवं हरदुआगंज परियोजना के नवीनीकरण एवं आधुनिकीकरण के कार्य में काफी देरी हो रही है। फलस्वरूप प्रदेशवासी विद्युत उत्पादन के बड़े अंश से वंचित हैं। उन्होंने अनपरा डी परियोजना को जून, 2013 तक हर-हालत में चालू करने का निर्देश दिए।
ओबरा परियोजना के आधुनिकीकरण एवं नवीनीकरण के कार्य की चर्चा करते हुए श्री यादव ने कहा कि बी.एच.ई.एल. से इस सम्बन्ध में 2006 में करार हुआ था लेकिन कतिपय कारणों से अभी तक इस परियोजना के केवल एक इकाई पर कार्य हो पाया है। यद्यपि यह इकाई भी अभी पूर्ण उत्पादन क्षमता प्राप्त नहीं कर पाई है। उन्होंने इसे भी प्राथमिकता पर पूरा कराने का निर्देश दिए। उन्होंने पारीछा तथा हरदुआगंज की दो इकाइयों में आधुनिकीकरण एवं नवीनीकरण के कार्यों में भी तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने विद्युत उत्पादन निगम के प्रबन्ध निदेशक श्री धीरज साहू को निर्देशित किया कि वे अपने कुछ अभियंताओं को एन.टी.पी.सी. तथा बी.एच.ई.एल. में प्रशिक्षण दिलवाएं ताकि उन्हें अद्यतन तकनीक एवं मशीनों की जानकारी मिल सके। उन्होंने आशा व्यक्त की कि बी.एच.ई.एल. अपनी ख्याति के अनुरूप सभी परियोजनाओं पर आवश्यकतानुसार संसाधनों में वृद्धि कर सभी कार्यों को निर्धारित समय में पूरा कराएगी ताकि प्रदेश की जनता को पर्याप्त विद्युत मिल सके।
इस अवसर पर बी.एच.ई.एल. के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक श्री बी.पी. राव ने कहा कि संस्था पूरी क्षमता से कार्य करते हुए राज्य की सभी परियोजनाओं को निर्धारित समय पर पूरा कराएगी।
बैठक में मुख्य सचिव श्री जावेद उस्मानी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री राकेश गर्ग, बी.एच.ई.एल. के निदेशक पावर श्री अतुल सराया, सचिव श्री संजय प्रसाद एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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