30 अक्टूबर को प्रदेश के हर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर छेड़ेगे ‘‘सवर्ण आयोग बनाआंे सत्याग्रह’’
सवर्ण समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा0 तेज कुमार शुक्ल ने सवर्ण आयोग के गठन को समय की मांग बताते हुए कहा कि हर स्तर पर सवर्णो के साथ अत्याचार और नाइन्साफी हो रही है। उनकी योग्यता और क्षमता ही सवर्णों के लिये अभिशाप बन गयी है। सवर्ण आज अपने ही देश में दोयम दर्जे का नागरिक बन कर रह गया है। सवर्णों को सताया, अपमानित और प्रताडि़त किया जा रहा है। सरकारी विभागों में भी गैर सवर्ण अधिकारियों द्वारा सवर्ण कर्मचारियों का घोर उत्पीड़न किया जा रहा है परन्तु इनकी आवाज सुननें के लिये देश में कोई सक्षम और बैधानिक संस्था नही है। सवर्ण आयोग के गठन से सवर्णों को इन्साफ मिलेगा।उन्होंने कहा कि उच्चन्यायालय की लखनऊ पीठ ने 16 अक्टूबर को पारित आदेश में केन्द्र और राज्य सरकार को दो माह के अन्दर सवर्ण आयोग बनाने का आदेश दिया है। अपने आदेश में अदालत ने कहा है कि बदलते परिवेश में उच्च जाति के लोग भी स्वयं को पीडि़त महसूस करते है। इससे पूर्व 13 मई 2010 तथा 8 जून 2010 को भी न्यायालय, केन्द्र व राज्य सरकार को सवर्ण आयोग गठित करने का निर्देश दे चुकी है। परन्तु सवर्ण विरोधी मानसिकता की राजनीति से ग्रसित सरकार अदालत के आदेश व निर्देश को दरकिनार कर रही है। उन्होंने केन्द्र व राज्य सवर्ण आयोग गठित करने की मांग करते हुए कहा कि सवर्ण समाज पार्टी इसके लिये संघर्ष का रास्ता अख्तियार करेगी। ‘सवर्ण आयोग’ के गठन के लिये सवर्ण समाज पार्टी का 30 अक्टूबर से प्रदेशव्यापी सत्याग्रह शुरु होगा। 30 अक्टूबर को प्रदेश के हर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर ससपा ‘‘सवर्ण आयोग बनाओं सत्याग्रह‘‘ छेड़ेगी।
श्री शुक्ल ने उक्त उदगार ससपा प्रदेश कार्यालय. में आयोजित.पार्टी के पदाधिकारीयो व कार्याकर्ताओं के बीच सत्याग्रह की रूपरेखा की तैयारी के दौरान व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि सवर्णों के साथ अत्याचार हो रहा है और वे पीडि़त है, यह मानने को सरकार नही तैयार थी परन्तु उच्चन्यायालय ने इसे स्वीकार कर सवर्णों की सुरक्षा एवं संरक्षा हेतु सवर्ण आयोग के गठन का आदेश जारी कर यह स्पष्ट कर दिया है कि देश का सवर्ण समाज त्रासदी का शिकार है और सवर्णों के अधिकारों की रक्षा के लिये अल्पसंख्यक, अनुसूचित, पिछड़ा वर्ग आयोग की भांति सवर्ण आयोग की अवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से ही देश में सवर्णों का दमन जारी है। हर स्तर पर सवर्णों को मिटाने का कुचक्र चल रहा है। आरक्षण और एस0 सी0/ए0 टी0 एक्ट जैसे सवर्ण विरोधी कानूनों ने सवर्णों को अपने ही देश में दोयम दर्जे का नागरिक बना दिया है। सवर्णो के संविधान प्रद्त्त मौलिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है। उसे न मनचाही शिक्षा लेने दी जायेगी, न नौकरी व रोजगार करने दिया जायेगा न ही मनचाहा प्रतिनिधि चुनने की छूट है हर जगह आरक्षण की मार उसके बराबरी के अधिकारों को चोट पहुचा रही है। देश में सवर्ण विरोधी मानसिकता की राजनीति का बोल बाला है। सवर्णों का वोट लेकर सत्ता हासिल करने वाली कांग्रेस, भाजपा, सपा और बसपा सबने सवर्णों के साथ छल किया है। सवर्णो से वोट लेकर उन्ही के खिलाफ कानून बनाना, अब यह नही चलेगा। सरकार नही चाहती कि देश के सवर्णों का उत्पीड़न रुके और उन्हें इन्साफ मिले। उन्होंने कहा कि सवर्ण आयोग का गठन पार्टीं का मुख्य एजेण्ड़ा है इसके लिये सवर्ण समाज पार्टी अदालत से लेकर सड़क तक अपनी लड़ाई जारी रखेगी।
इस अवसर पर राष्ट्रीय प्रवक्ता दुर्गाशंकर बाजपेई ;प्रदेश संयोजक डा0 प्रवीण ;प्रदेश अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डा0 एम0एस0खान ; ;महानगर अध्यक्ष अवधेष पाण्डेय ;संजय चैबे;हनुमान शुक्ला;मण्डल संयोजक सौरभ गुप्ता ; ;सरोज पाण्डेय ;एम0आई0खान; गजोधर मिश्रा ;सुरेष चन्द्र बाजपेई अनिल कुमार रस्तोगी आदि प्रमुख लोग मौजूद थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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