बैंक आफ इण्डिया के शाखा प्रबंधक सुशील नारायण झा ने कहा कि आज के समय में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं में उद्योग एवं व्यवसाय करने की इच्छा एवं जानकारी ह,ै लेकिन वह तकनीकी प्रशिक्षणों के लिए अधिक समय देने से कतराते हैं। इसलिए शैक्षिक संस्थानों को चाहिए कि वह युवाओं में उद्यमी बनने की ललक पैदा करने वाली व्यवसायिक शिक्षा दिये जाने की व्यवस्था करें। श्री झा शुक्रवार को सरोजनीनगर स्थित सहयोग परिवार इंस्टीट्यूट आफ कम्प्यूटर एजूकेशन (स्पाइस) में लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित डीटीपी आधारित उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रतिभागियों को संबोधित कर रहे थे।
एमएसएमई विकास संस्थान के उपनिदेशक आरके प्रकाश की मौजूदगी मंे हुए इस कार्यक्रम में शाखा प्रबंधक श्री झा ने कहा कि आज का युवा वर्ग भ्रमित है। वह किसी एक क्षेत्र में योग्यता हासिल करने के बजाए सभी क्षेत्रों में हाथ-पैर मारता है। यही कारण है कि जहां बेरोजगारो की संख्या बढ़ती जा रही है, वहीं व्यवसायिक लोगों को विशेष योग्यता रखने वाले लोग नहीं मिल रहे है। श्री झा ने इस मौके पर श्री झा ने उद्योग लगाने को लेकर बैकों द्वारा दिये जाने वाली सब्सिडी, ब्याज दर एवं ऋण लेने के लिए आवश्यक प्रपत्रों की विस्तार से जानकारी दी। प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए एमएसएमई विकास संस्थान के उपनिदेशक आरके प्रकाश ने कहा कि इस छह प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रतिभागियों को कम्प्यूटर पर डिजाइनिंग के साथ ही स्क्रीन प्रिंिटंग की जानकारी दी जाएगी। इस मौके पर सहयोग परिवार के निदेशक राज किशोर पासी ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की जानकारी देने के साथ ही आये हुए अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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