समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में मतदाताओं ने कुशासन से त्रस्त होकर सात महीने पहले बसपा को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। समाजवादी पार्टी की सरकार के ऊर्जावान युवा मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने सात माह पूर्व शपथ ग्रहण के साथ ही चुनावी वायदों को पूरा करने का संकल्प लिया था। उन्होंने छात्रसंघ बहाली, बेकारी भत्ता, कन्या विद्याधन, भूमिसेना, कृषकों की कर्ज से बंधक जमीन की नीलामी पर रोक, पुलिस कर्मियों को उनके जनपद के आस पास तैनाती, नहर एवं सरकारी ट्यूवबेल से सिंचाई निःशुल्क करने और मुस्लिमों के कब्रिस्तानों की बाउण्ड्रीवाल बनवाने जैसे निर्णय करके यह संदेश दिया है कि समाजवादी पार्टी की कथनी और करनी में कोई भेद नहीं है।
मुख्यमंत्री जी की निगरानी में सड़क, बिजली, पानी, षिक्षा तथा स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में तेजी से काम शुरू हुआ है। वर्षों से व्याप्त जड़ता को तोड़ते हुये श्री अखिलेश यादव ने कानून व्यवस्था को अपनी प्राथमिकता में रखा है और गाॅव-गरीब को राहत पहुॅचाने वाली योजनाओं को आगे बढ़ाया है। गरीब महिलाओं को दो-दो साडि़याॅ, वृद्धजनों को कंबल तथा आपदा के मारे किसानों का बीमा, 50 हजार रूपए तक की कर्ज माफी उनके ऐसे निर्णय हैं जो आम आदमी के हित के हैं। मुख्यमंत्री जी ने बसपा राज की तरह पत्थरों पर जनता की गाढ़ी कमाई नहीं लुटाई है।
सपा सरकार के अब तक किए गए महत्वपूर्ण निर्णयों की अनदेखी करते हुए बसपा की पूर्व मुख्यमंत्री सरकार की अनर्गल और निराधार आलोचना करती हैं। जिन लोगों ने प्रदेश में लोकतंत्र का गला घोंटा, दलित या गरीब आदमी को पास नहीं फटकने दिया। विकास की जगह सिर्फ भ्रष्टाचार का प्रसार किया उन्हें अब मुख्यमंत्री का सर्वसुलभ होना आंखों में खटकता है। इतने कम समय में प्रदेश की तस्वीर को मुख्यमंत्री जी ने काफी हद तक निखारने की कोशिश की है।
मुख्यमंत्री जी भ्रष्टाचार के खिलाफ हैं और उसे किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं करते हैं। विधानसभा चुनावों के दौरान भी श्री अखिलेश यादव ने यह स्पष्ट कर दिया था कि समाजवादी पार्टी में अराजक तत्वों को कतई जगह नही मिलेगी। सरकार बनते ही शपथ ग्रहण के मौके पर उत्साह के अतिरिक्त जोश में जिन नौजवानों ने मंच पर चढ़ने की कोशिश की थी उन्हें तत्काल निलंबित कर उन्होंने अपनी बात का एहसास कराया था।
श्री अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश को विकास का नया एजेण्डा दे रहे है। विकास के लिए आवश्यक माहौल बने इसके लिए कानून व्यवस्था की स्थिति का नियंत्रण में होना परम आवश्यक हैं। अपराधों पर नियंत्रण से ही प्रदेश में बाहरी पूंजी का आना संभव होगा और उद्योग धंधें भी लग सकेंगे। प्रदेश में प्रशासन तंत्र को पिछले पाॅच सालों में पार्टी का पिछलग्गू तंत्र बना दिया गया था। बसपा के दबंगों के आगे पुलिस और दूसरे अधिकारी असहाय हो जाते थे। श्री यादव ने प्रशासनिक मशीनरी को पारदर्शिता के साथ अपना काम करने का संदेश दिया है।
मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने जो कड़े कदम उठाए हैं उससे जनता को भी सही संदेश जाएगा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में महिलाओं, दलितों, अल्पसंख्यकों एवं किसी भी वर्ग के कमजोर लोगों पर अगर गुंडे, अपराधी एवं माफिया जुल्म ज्यादती करते हैं तो उन पर शासन कड़ी कार्यवाही करेेगा। इसके साथ ही प्रशासन में पारदर्शिता न रखने वाले भी चिन्हित होंगे तथा जो धौंसपट्टी से काम कराना चाहते हैं उन्हें भी कहीं संरक्षण नहीं मिलेगा। उत्तर प्रदेश अब पिछली सरकार की जन विरोधी नीतियों से निजात पाने का पूरी तरह निर्णय कर चुकी है और मुख्यमंत्री जी ने उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने का संकल्प पूरा करने का इरादा कर लिया है। उसी रास्ते पर मंजिल की ओर समाजवादी सरकार आगे बढ़ रही है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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