- निगम कार्मियों को वर्ष 2011-12 के लिए 8.33 प्रतिशत की दर से बोनस का भुगतान
- निगम कार्मियों को 1.1.2012 से 65 प्रतिशत की दर महंगाई भत्ता दिये जाने का निर्णय
- निगम की प्रगति संतोषजनक नहीं-लोक निर्माण मंत्री
प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री एवं उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम के अध्यक्ष श्री शिवपाल सिंह यादव की अध्यक्षता में आज यहां सेतु निगम के मुख्यालय पर निदेशक मण्डल की बैठक हुई। बैठक में सेतु निगम के वर्ष 2009-10 के लाभांश का डेढ़ करोड़ रुपये का चेक लोक निर्माण मंत्री को भेंट किया गया। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि वित्तीय वर्ष 2011-12 में 20 प्रतिशत की दर से 3 करोड़ रुपये का लाभांश निगम द्वारा सरकार को दिया जायेगा। सेतु निगम कार्मियों को वर्ष 2011-12 के लिए 8.33 प्रतिशत की दर से बोनस भुगतान का निर्णय लिया गया।
बैठक में सेतु निगम के विभिन्न पदों पर पदोन्नत के प्राविधानों के शिथिलीकरण का निर्णय लिया गया। इसके अतिरिक्त सेतु निगम कार्मियों को दिनांक 1.1.2012 से संशोधित 65 प्रतिशत की दर से महंगाई भत्ता दिये जाने का निर्णय लिया गया। सेतु निगम कार्मियों को यात्रा भत्ता की पुरानी दरों के पुनरीक्षण के संबंध में प्रस्ताव को अनुमोदित किया गया। इससे 20 लाख रुपये प्रति वर्ष अधिक व्यय आयेगा, जो कि निगम अपने संसाधनों से वहन करेंगा। निगम कार्मियों के वाहन व्यय प्रतिपूर्ति भत्ता की दरों को पुनरीक्षण करने के प्रस्ताव को भी अनुमोदित किया गया।
बैठक में निगम के अवर अभियन्ताओं को बाउचर पास करने की पुरानी व्यवस्था को समाप्त करने के प्रस्ताव पर सहमति प्रदान की गयी। सेतु निगम के कार्य प्रभारी श्रेणी के सेवाकाल में एक्सीडेटल मृतक कार्मिकों के आश्रितों को विशेष परिस्थितियों में सेवा में लिये जाने पर विचार करने का निर्णय लिया। सेतु निगम में कार्यरत चालकों को उ0प्र0 सरकारी विभाग ड्राइवर सेवा नियमावली 2009 के अनुसार 4 गे्रड में वर्गीकृत करने एवं तद्नुरूप वेतनबैड/ग्रेड वेतन प्रदान करने संबंधी प्रस्ताव को शासन को संदर्भित करने का निर्णय लिया गया।
एक अन्य बैठक में निगम के 16 अधिकारियों (यांत्रिक) की पदोन्नति की गई है। जिसमें एक पी0सी0एम0, चार पी0एम0 तथा 11 डी0पी0एम0 (यांत्रिक) के पदों पर किया गया।
बैठक में लोक निर्माण मंत्री श्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि सेतु निगम की अब तक प्रगति संतोषजनक नहीं है। विगत छः में निगम द्वारा 09 सेतु बनाये गये हैं जबकि चालू वर्ष में निगम को 122 सेतु बनाने का लक्ष्य है। सेतु समय से न बनाने के कारण उसकी लागत बढ़ रही है जिसका व्ययभार प्रदेश सरकार को वहन करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि आगामी दिसम्बर माह तक लगभग 75 सेतुओं को पूर्ण करने का निगम लक्ष्य बना कर चले।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग श्री कुमार अरविन्द सिंह देव, सचिव, संजीव कुमार, प्रमुख अभियन्ता श्रीमती चित्रा स्वरूप, प्रबन्ध निदेशक श्री ए0के0गुप्ता सहित सार्वजनिक उद्यम ब्यूरो के संयुक्त सचिव एवं वित्त विभाग के विशेष सचिव उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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