समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एवं सदस्य विधान परिषद राजेन्द्र चैधरी ने कहा हैं कि 9 अक्टूबर,2012 को लखनऊ में होने जा रही बसपा रैली भ्रष्टाचार में फंसे नेताओं की “जान बचाओ“ रैली है। बसपा के मंच पर वही दागी पूर्वमंत्री भ्रष्टाचार में संलिप्त नेता तथा अपराधी दिखाई देगें। पिछले पांच सालो में उन्होने जैसे-जैसे काले कारनामे किए हैं जांच में उनके चिट्ठे खुलते जा रहे हें। उन्हें कानून का डर सता रहा है। बाकी जिन्दगी जेल में कटने की आशंका से ही बसपा नेताओं की नींद उड़ी हुई है। इसीलिए वे धोखे से भीड़ जुटाकर जनता और सरकार का ध्यान असली मुद्दो से हटाने में लगे हैं।
बसपा राज में चारों तरफ लूट और भ्रष्टाचार का बाजार गर्म रहा। लोकायुक्त की जांच में आधा दर्जन मंत्रियों को कुर्सी गंवानी पड़ी। पुलिस की जाॅच और अदालती फैसलों से कई बसपा मंत्रियों और विधायकों को बलात्कार, अपहरण तथा हत्या के मामलों में जेल की हवा खानी पड़ रही है। अभी भी कई पूर्व मंत्री जांच में फंसे हैं। खुद बसपा मुख्यमंत्री ने यह बयान दिया था कि उनकी पार्टी और सरकार में 500 से ज्यादा अपराधी हैं। यह पता लगने पर कि उन पर कार्यवाही की गई तो सरकार ही चली जाएगी, मामला ठंडे बस्ते में चला गया। बसपा की रैली इन्हीं अपराधियों के जरिए भीड़ बटोरकर की जा रही है। सत्ता का दुरूपयोग कर कमाए गए कालेधन से बस और टेªनों से जो भीड़ आ रही है उस पर पूरी नजर रखी जाएगी ताकि अपराधियों का गिरोह राजधानी की शांति व्यवस्था के साथ गड़बड़ी न कर सकें।
दलित महापुरूषों के सम्मान की बात करना बसपा नेताओं को षोभा नहीं देता। बसपा मुख्यमंत्री ने डा0 अम्बेडकर और दूसरे दलित महापुरूषों से बड़ी अपनी प्रतिमाएं अपनी जिन्दगी में ही बड़ी संख्या में लगवा दीं। पार्को, स्मारकों, मूर्तियों पर सरकारी खजाने को लुटाया गया। पांच साल के पूरे कार्यकाल में बसपा मुख्यमंत्री ने एक भी दलित के आंसू नहीं पोछे, दलितों को उनके आवास या कार्यालय में कभी प्रवेश का मौका नहीं मिला। वे तो दलितों के वोट की तिजारत ही करती रही हैं। इसलिए दलितों की बात करने का उन्हें कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
बसपा सुप्रीमों सत्ता को बंधक बनाकर स्वार्थसाधन को ही राजनीति मानती है। अपराधियों और भ्रष्टाचारियों के जमावड़ा को ही वे अपना शक्ति प्रदर्शन मानती है। जनता ने उन्हें सबक सिखाया और समाजवादी पार्टी की बहुमत की सरकार बना दी। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने लोकतंत्र को फिर बहाल किया। विरासत में मिले कूड़ा-कचरा की सफाई का काम चल रहा है। मुख्यमंत्री जी ने कानून व्यवस्था को प्राथमिकता दी है और स्पष्ट कर दिया है कि अपराधियों की जगह जेल होगी। इसलिए अगर किसी ने शांति व्यवस्था भंग करने की कोशिश की तो कानून अपना काम करेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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