समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि “चोर मचाए शोर“ कहावत की तर्ज पर बसपा नेता अपने काले कारनामों के उघड़ने पर अनर्गल बयानबाजी पर उतर आए हैं। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन में करोड़ों का घपला ही नहीं हुआ दो सीएमओ और एक डिप्टी सीएमओ की हत्या भी हो गई जिसकी सीबीआई जांच हुई है। लैकफेड घोटाले में परत-दर-परत बंदरबांट की नई-नई कहानियां सामने आ रही हंै। घोटाले के अभियुक्त अपने साथियों के साथ बसपा राज के कई मंत्रियों की करतूतें भी बयान कर रहें हैं। बसपा नेता इससे बहुत हैरान परेशान हैं क्योंकि उन्हें कानून की गिरफ्त में आने का डर सता रहा है।
बसपा के कुछ नेता इतना आतंकित हैं कि वे अपनी ही बातें काट रहे हैं। एक बड़े बसपा नेता एक तरफ तो अपने जमाने के एक मंत्री की गिरफ्तारी को गलत बताते हुए उनका बचाव करते हैं और दूसरी तरफ उनके पंचमतल पर उंगली उठाने को दुराग्रहपूर्ण बयानबाजी बताते हैं। पिछले पांच सालों के इतिहास के हर जानकार को यह पता है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री तो घर को ही दफ्तर समझती थी और जो कुछ भी होता था सब पंचमतल से ही होता था। उस समय तो चुनाव हों या स्थानान्तरण, ठेकों की नीलामी हो या सरकारी मिलों की बिक्री इस सबका फैसला मुख्यमंत्री कार्यालय से ही होता था। समाजवादी पार्टी ने तब महामहिम राज्यपाल को भी कई ज्ञापन देकर बताया था कि सचिवालय एनेक्सी के पंचमतल से ही भ्रष्टाचार का परनाला बह रहा है।
उत्तर प्रदेष में जब से समाजवादी पार्टी की सरकार सत्ता में आई हैं, रागद्वेष की भावना से कोई जांच नहीं शुरू की गई। इस तरह का अनर्गल आरोप वही लगा रहे हैं जो पिछले पांच साल समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमे लगवाते रहे हैं। रागद्वेष की बात करनेवाले यह क्यों भूल जाते हैं कि बसपा मुख्यमंत्री ने सत्ता में आने के पहले दिन ही पूर्व मुख्यमंत्री श्री मुलायम सिंह यादव के खिलाफ 150 से ज्यादा मुकदमें दर्ज करवा दिए थे। पंचायत चुनावों में डीजी से लेकर दरोगा तक और डीएम से लेकर लेखपाल तक को बसपा के चुनाव एजेन्ट की तरह इस्तेमाल किया गया था।
पिछले पांच सालो में पार्को, स्मारकों, प्रतिमाओं तथा विभागीय निर्माण कार्यो के नाम पर जमकर खजाने की लूट हुई थी। इनकी जांच में में फंसे अधिकारी ही एक दूसरे की पोल खोल रहे हैं। जो बसपाई मंत्री घोटाले में फंसता है वह दूसरे का भी नाम और कारनामा बताता हैं। जांच की गति इस तरह स्वतः आगे बढ़ती जा रही है। आधे से ज्यादा बसपा मंत्रिमण्डल के सदस्य जेल जाने की तैयारी में है। इससे आतंकित और डरे हुए नेता अपने भविष्य को लेकर परेशान हैं। उन्हें दिन में ही जेल के सपने आ रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि प्रदेश में कानून का राज चलेगा। अपराधियों की जगह जेल में होगी। बसपा नेता यह गलत सोचते हैं कि चोरी और सीनाजोरी के बल पर वे अपने किए की सजा पाने से बच जाएगें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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