मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने आवास पर आ जाने वालों से मिलते जरूर है, उन्हें निराश नहीं करते हैं। फिर आज तो बुधवार का दिन था जब वे जनता से भेंट कार्यक्रम के तहत आनेवालों के दुःखदर्द सुनते हैं और यथासम्भव उनका निराकरण भी करते हैं। आज उनसे मिलनेवाले हजारों में थे जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं, नौजवान तथा विकलांग भी शामिल थे। इस मौके पर राज्यमंत्री श्री नरेन्द्र वर्मा, प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी तथा प्रदेश सचिव श्री एस0आर0एस0 यादव भी सहयोग के लिए मुख्यमंत्री जी के साथ थे।
कानपुर के दयाशंकर, करहल मैनपुरी के श्यामवीर सिंह, छिबरामऊ के लक्ष्मण सिंह, बिसवां सीतापरु के नीरज बौना, डेरापुर कानपुर के उदयनारायण, औरैया के जान मोहम्मद, गोरखपुर के देवनारायण तथा बदायूॅ के नेकपाल यादव और गुडडू देवी, खीरी के धनराज सुहेल चन्दौली के आजाद कुमार यादव, इटावा के सुनील कुमार, फैजाबाद के शिक्षक अमरनाथ सभी विकलांग हैं। इन सबको मदद की दरकार थी। वे अपने जीवनयापन के लिए साधन चाहते थे। श्रीमती कान्ता देवी फिरोजाबाद की समस्या फर्जी केस थे तो लखनऊ की सुल्ताना को नौकरी चाहिए। राधिका बानो, प्रतापगढ़ को आर्थिक मदद चाहिए। राधादेवी श्रीवास्तव वाराणसी तथा चन्द्रकान्ता फैजाबाद भी बड़ी उम्मीदों के साथ मुख्यमंत्री जी से मिलने आई थी। कन्नौज के सहाबमां को बीमारी से इलाज की सुविधा चाहिए तो दारा सिंह बिजनौर को पुलिस उत्पीड़न की शिकायत थी। कुछ मृतक आश्रित की नौकरी के लिए आए थे।
मुख्यमंत्री जी से मिलकर श्रीमती उर्मिला यादव ने कताई मिल कर्मचारियों की समस्या से अवगत कराया। इलाहाबाद के शमीम अहमद प्रधान ने भूमि अधिग्रहण से परेशानी बताई तो श्री के0के0 वैश्य लखनऊ मकान पर दबंगों के कब्जे की शिकायत लेकर आए थे। मिर्जापुर के प्रमोद कुमार कुशवाहा को बिजली कनेेक्शन मिलने की दिक्कत थी। राम प्रसाद वर्मा भी पुलिस कार्यवाही से परेशान थे। गया प्रसाद कन्नौज को पेंशन की दरकार थी तो लालजी यादव इलाहाबाद एक भ्रष्ट ग्राम विकास अधिकारी को हटाए जाने की मांग मुख्यमंत्री से करके संतुष्ट थे। कानुपर देहात के श्री मोहम्मद अली गरीबों को आवास सुविधा की बात करने आए थे। इकबाल मोहम्मद औरैया को मदरसा के लिए मदद चाहिए थी तो कमला स्वरूप वशिष्ट, आगरा की जमीन पर जबरन कब्जा हो गया था। देवरिया के राजन यादव, राजू कुमार यादव की आर्थिक मदद की मांग थी। सीतापुर के वशीर के दोनो हाथ नहीं है वे भी आर्थिक मदद मांगने आए थे।
आज मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव से कुमायूॅ परिषद के एक प्रतिनिधि मण्डल ने मिलकर विधान भवन के समक्ष स्थित भारतरत्न पं0 गोविन्द बल्लभ पंत की प्रतिमा के ऊपर छतरी लगाने की मंाग की। स्व0 पंतजी आजादी के बाद उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बने थे। वे केन्द्र सरकार में गृहमंत्री भी रहे। प्रतिनिधि मण्डल का नेतृत्व श्री नन्दन सिंह बोरा ने किया। उनके साथ सर्वश्री भावान सिंह रावत, मोहन सिंह विष्ट, दीवान सिंह अधिकारी, प्रेमबल्लभ पंत, मंगल सिंह रावत, अंजली बोनाल तथा पुष्पा पाण्डे शामिल थे। कुमायूॅ परिषद की स्थापना वर्ष 1916 में उत्तराखण्ड में हुई थी वर्ष 1948 से लखनऊ में यह संस्था स्थापित है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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