भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सुशील कुमार शाक्य ने केन्द्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों के विरूद्ध उ0प्र0 की विधानसभा के सामने धरना स्थल पर आगामी 05 अक्टूबर को धरने का ऐलान किया है। श्री शाक्य ने इस अवसर पर पी.चिदाम्बरम द्वारा यूरिया की मूल्य वृद्धि का प्रस्ताव मगाये जाने पर कड़ी आपत्ति की है और कहा केन्द्र सरकार पहले ही डी0ए0पी0 का मूल्य बढ़ाकर किसानों की कमर तोड़ चुकी है। ऐसे में यूरिया के मूल्य वृद्धि का प्रस्ताव किसानों के लिए डेथ वारेंट से कम नही है।
श्री शाक्य ने समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह को केन्द्र की कांग्रेस सरकार को संजीवनी प्रदान करने के कारण, किसानों की आत्महत्या के लिए केन्द्र की कांग्रेस सरकार के साथ-साथ मुलायम सिंह यादव को भी जिम्मेदार ठहराया और कहा कि समाजवादी पार्टी ने किसानों के ऋण माफी के नाम पर उनसे धोखा ही किया है। सपा के सरकार के इस राज में गरीब किसानों को तहसीलदार ऋण अदा न कर पाने के कारण जेल भेज रहे है और यह सब सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के इशारे पर हो रहा है।
श्री शाक्य ने स्पष्ट किया कि भाजपा कृषि क्षेत्र में विदेशी पूँजी निवेश के खिलाफ है, उन्होंने एफ0डी0आई0 को भारतीय किसान को मजदूर बनाने की सोनिया गाँधी का एक कुत्सित प्रयास बताया। श्री शाक्य ने कहा कि किसानों को अपनी उपज का लागत मुल्य नही मिल रहा है, सरकार डीजल, डी.ए.पी. और यूरिया के दाम बढ़ने में लगी हुई है। सरकार को उद्योगपतियो की तो चिन्ता है किसानों की नही, किसान मर रहा है, किसान आत्महत्या के लिए मजबूर है। केन्द्र सरकार किसानों से सम्बंधित लम्बित विधेयकांे के प्रति गम्भीर नही है।
श्री शाक्य ने कहा कि किसानो के तमाम मांगो को लेकर केन्द्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों के विरूद्ध आगामी 05 अक्टूबर को भाजपा किसान मोर्चे के लगभग 10 हजार कार्यकर्ता पूरे उत्तर प्रदेश से आकर विधानसभा के सामने धरना स्थल पर धरने में शामिल होंगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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