उत्तर प्रदेष के ग्राम्य विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्रत प्रभार) अरबिन्द सिंह गोप ने कहा है कि आज दुनिया का व्यापार जगत आर्थिक मंदी से उबर रहा है तथा यह दौर कर्मचारियों की कार्यकुषलता बढ़ाने में हमेषा उपयोगी रहा है। गोप ने कारपोरेट सेक्टर को सलाह दी है कि मंदी के दौर में छटनी हुए कर्मचारियों की समस्याओं को समझने और उनको पुनः स्थापित करने की प्रक्रिया में तेजी लाए। श्री गोप ने आज यहाॅ स्कूल आॅफ मैनेजमेन्ट साईसेन्ज में आयोजित भविष्य के विकास और सफलता में मानव संसाधन का सफल उपयोग विषयक गोष्ठी में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेष को औद्योगिक विकास में आगे लाने के लिए वर्तमान सरकार कृत संकल्प है। उन्होंने कहा कि बहुत कम समय में इस मैनेजमेन्ट कालेज ने अपना स्थान बनाया है। यहां की पढ़ाई व मैनेजमेन्ट की चर्चा बहुत होती है। उन्होंने कहा कि सरकार और उद्योग घराने के लोग मिलकर कार्य करेंगे तो निष्चित है बेरोजगारी दूर की जा सकेगी। उन्होंने कहा कि देष की अर्थ व्यवस्था की दिषा और दषा मानव संसाधन में ही निहित हैं इस अवसर पर उपस्थित श्री जी पटनायक, प्रमुख सचिव राज्यपाल ने मानव संसाधन के मानवीय पहलुओं पर दृष्टि डालते हुए कहा कि ‘‘आज का कारपोरेट सेक्टर कुषल युवाओं को मनचाहा वेतन तो देता है परन्तु उनकी संवेदनषीलता तथा परिवारिक जीवन की ओर कम ध्यान देता है।’’ श्री शरद सिंह स्कूल आफ मैनजमेन्ट साईसेन्ज सचिव व मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा कि ग्लोबल हेड (एच0 आर0) द्वारा मैटिक्स तथा देष की जानी मानी कम्पनियों के मानव संसाधन प्रमुखों का एस. एम. एस. मंे स्वागत करते हुए कहा कि आज व्यापार जगत तथा षिक्षाविदों के बीच की दूरी को कम करने का समय आ गया है तथा प्रेक्टिस व थ्योरी दोनों के सामन्जस से ही देष की अर्थ व्यवस्था आगे बढ़ सकेगी। श्री जयन्त कृष्णा, मुख्य सलाहकार, टाटा कन्सल्टेन्सी ने कहा ‘‘मानव संसाधन की निचली व पहली पंक्ति के प्रभावी उपयोग की आवष्यकता हमेषा से रही है, इस लिए स्वयं को फिर से संगठित करने तथा संगठन को और सुदृढ़ करने की जरूरत है। यह मानव संसाधन की कार्यकुषलता एवं कौषल वृद्धि तथा नीति संषोधन के माध्यम से ही संभव हो सकेगा।’’ आलोक सक्सेना, चेयनमैन, सी0 आई0 आई0, उ0 प्र0 ने गोष्ठी में आये हुए मानव संसाधन प्रमुखों को सम्बोधित करते हुए कहा ‘‘किसी भी संस्था के अच्छे स्वास्थ्य को उस संस्था की एच0 आर0 पाॅलिसी से जोड़ा जाता है। हमारे मानव संसाधन भण्डार को समय की मांग के अनुसार लचीला होने की आवष्यकता है। भारत तथा दूसरे उभरते हुए देषों में सस्ते लेबर और माॅर्डन टेक्नालाॅजी का संगम उपलब्ध है जो हमारे व्यापार जगत को आगे ले जाने में सक्षम है’’। डाॅ सी0 एम0 द्विवेदी ने देष की नामी-गिरामी कम्पनियों के मानव संसाधन प्रमुखों को सम्बोधित करते हुए बताया कि ‘‘भविष्य के व्यापार नेतृत्व में मानव संसाधन का योगदान बढ़ता ही जायेगा।’’ डाॅ0 द्विवेदी ने मानव संसाधन के विभिन्न पहलुओं तथा भारतीय पृष्ठ भूमि में इसके प्रभाव की चर्चा की। मदर डेयरी की महाप्रबन्धक सुश्री किरन सिंह ने मानव संसाधन के विकल्पों पर चर्चा की तथा कहा कि निकट भविष्य में भारतीय अर्थ व्यवस्था की दषा मानव संसाधन ही तय करेगा। कार्यक्रम में आये विभिन्न कम्पनियों के मानव संसाधन प्रमुखों ने ‘‘भविष्य के विकास और सफलता में मानव संसाधन का सफल उपयोग’’ विषय के विभिन्न पहुओं पर गहन चर्चा की। गोष्ठी का समापन करते हुए डाॅ मनोज मेहरोत्रा, निदेषक, स्कूल आॅफ मैनेजमेन्ट साईन्सेज, लखनऊ ने सम्मानित मानव संसाधन प्रमुखों धन्यवाद देते हुए कहा कि ‘‘मुझे विष्वास है कि भविष्य में भी एस0 एम0 एस0 तथा सी0 आई0 आई0 मिलकर इस प्रकार की गोष्ठियाॅं आयोजित करते रहेंगे जिससे षिक्षाविदों तथा मानव संसाधन प्रमुखों के विचारों का समागम होता रहे’’
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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