उत्तर प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अहमद हसन ने कहा है कि प्रदेश की जनता को अच्छी चिकित्सा सुविधा प्रदान करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रदेश के समस्त चिकित्सकों को मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुये गरीब जनता की सेवा में जुटना होगा। इसके लिये सरकार चिकित्सकों को हर संभव सहायता प्रदान करेगी। दवाओं को क्रय करने के लिये हमारे पास बजट की कमी नहीं है। श्री हसन आज मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय स्थित सभाकक्ष में मुख्य चिकित्साधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थे।
स्वास्थ्य मंत्री ने मुख्य चिकित्साधिकारियों को सचेत करते हुये कहा कि अपने अधीनस्थ चिकित्सकों के ऊपर कड़ी निगरानी रखें। चिकित्सक साफ सुथरा गाउन पहनें। समाजवादी एम्बुलेंस सेवा को प्रभावी बनाया जाये। किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। निरीक्षण के दौरान वाराणसी में कबीर चैरा स्थित चिकित्सालय की अव्यवस्था की जमकर आलोचना की, वहीं दूसरी ओर चन्दौली के चिकित्सक तथा मुख्य चिकित्साधिकारी लखनऊ की प्रशंसा की। श्री हसन ने बताया कि एन0आर0एच0एम0 घोटाला एक बदनुमा दाग है। 22 डाक्टरों को निलम्बित किया जा चुका है। 100 चिकित्सकों को हम जेल भेजने वाले हैं।
इससे पूर्व विभाग के राज्यमंत्री श्री शंखलाल माझी ने बैठक में महत्वपूर्ण सुझाव रखे। श्री माझी ने स्थानान्तरण नीति के पालन तथा नर्सिंग होम के नवीनीकरण पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी के नियंत्रण की जोरदार पैरवी की। राज्यमंत्री ने बताया कि आशा बहुओं को प्रशिक्षण देकर प्राथमिक तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों का चिकित्सकीय भार कम किया जा सकता है।
बैठक में मिशन निदेशक श्री अमित घोष, महानिदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य डा0 विभा लाल, महानिदेशक परिवार कल्याण डा0 चिरंजीलाल भी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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