उत्तर-प्रदेश में सुदृढ़ कानून-व्यवस्था तथा अपराध नियंत्रण हेतु घटनाओं के सही पंजीकरण, पंजीकृत अपराधों की समयबद्ध गुणात्मक विवेचना तथा अधिकाधिक अपराधियों को सजा दिलाने हेतु न्यायालयों में वादों की प्रभावी पैरवी पर विशेष बल दिया जा रहा है। यातायात व्यवस्था को भी दुरूस्त करने के प्रयास किये गये है।
प्रमुख सचिव गृह आर0एम0 श्रीवास्तव ने उक्त जानकारी देते हुए आज यहां बताया अपराधियों के विरूद्ध की जा रही कार्यवाही की गहन समीक्षा की जा रही है। इस वर्ष 16 मार्च से 15 अगस्त तक 5944 व्यक्तियों के विरूद्ध हुई गुण्डा अधिनियम में 13 सौ से अधिक गुण्डों को जिलाबदर किया जा चुका है तथा 28 अपराधियों के विरूद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के अन्र्तगत कार्यवाही की गई है। साथ ही साथ 32 हजार से अधिक अभ्यस्त एवं आदतन अपराधियों के विरूद्ध 110 सी0आर0सी0पी0 के तहत कार्यवाही की गई है। उन्होने बताया कि इसके अलावा गैंगेस्टर अधिनियम 929, शस्त्र अधिनियम 10305, जुआ अधिनियम 2544, एनडीपीएस अधिनियम 2888, आबकारी अधिनियम 13580 व अन्य अधिनियम के अन्तर्गत 588465 की कार्यवाही की गयी।
श्री आर0एम0 श्रीवास्तव ने बताया कि उक्त अवधि में पुलिस द्वारा नगर निकाय चुनाव 2012 को सकुशल, शान्तिपूर्वक, निष्पक्ष व हिंसा रहित सम्पन्न कराया गया है। नगर निकाय चुनाव में विगत चुनाव की अपेक्षा बहुत ही कम मतदान केन्द्रों पर पुर्नमतदान हुआ। पुलिस की कड़ी चैकसी व प्रभावी व्यवस्था के फलस्वरुप प्रदेश के सभी प्रमुख मेले, त्योहार, उत्सव शांतिपूर्वक माहौल में सम्पन्न कराये गये है।
प्रमुख सचिव गृह ने बताया कि संगठित व पेशेवर अपराधियों के साथ-साथ लूट, वाहन चोरी, चैन स्नैचिंग जैसे अपराध जिनसे आम जनता सीधे प्रभावित होती है से जुड़े अपराधियों पर भी विशेष रुप से कार्यवाही की जा रही है। इसके फलस्वरुप इसके अलावा प्रदेश में इस वर्ष 16 मार्च से 15 अगस्त तक विगत वर्ष के सापेक्ष डकैती में 5.4 प्रतिशत, लूट में 1.12 प्रतिशत, महिला उत्पीड़न के अन्र्तगत शीलभंग मे 6.2 प्रतिशत, छेड़खानी में 15.8 प्रतिशत एवं बलात्कार के मामले में 6.19 प्रतिशत की कमी आयी है।
श्री आर0एम0 श्रीवास्तव ने बताया कि उक्त अवधि में 10 हजार रुपये एवं उससे अधिक के कुल 69 अपराधी पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गये। इनमें से 8 ईनामी अपराधी एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किये गये है।
प्रमुख सचिव गृह ने बताया कि उक्त अवधि में अवैध फैक्ट्री व देशी निर्मित अग्नेयास्त्रों की बरामदगी के अन्तर्गत कुल बन्दूक 143, पिस्टल 5580, रिवाल्वर 134, रायफल 115, ए0के0 47-56 रायफल 1, एसएलआर 2 व हैण्डग्रेनेड 25 बम 395 तथा 49 अवैध शस्त्र फैक्ट्रियां पकड़ी गयी। उक्त अवधि में एसटीएफ द्वारा 46 संगठित अपराधियों के विरुद्ध कार्यवाही की गयी, जिसके अन्तर्गत बिहार से अवैध शस्त्रों की तस्करी करने वाले 11 अपराधियों को गिरफ्तार कर उनसे 27 पिस्टल व 24 मैगजीन बरामद की गयी।
श्री आर0एम0 श्रीवास्तव ने बताया कि फिरौती के लिए अपहरण के 6 मामलों में एसटीएफ ने 24 अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया, जिनमें गेल के अपहृत इंजीनियर शान्ती स्वरुप तथा नोएडा से अपहृत इंजीनियर एस0एन0 सिंह की सकुशल रिहाई महत्वपूर्ण उपलब्धि रही।
प्रमुख सचिव गृह ने बताया कि जालसाजी एवं ठगी करने वाले अपराधियों के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए एसटीएफ ने कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा में फर्जी परीक्षाओं को बिठाकर उत्तीर्ण कराने वाले गिरोह के 14 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। इसी प्रकार AIEEE की परीक्षा में वास्तविक अभ्यर्थियों के स्थान पर फर्जी अभ्यर्थियों को बिठाने वाले गिरोह के साल्वर सहित 4 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। बीएसएफ में भर्ती कराने के नाम पर ठगी करने वाले अपराधियों के विरुद्ध भी कार्यवाही की गयी।
श्री आर0एम0 श्रीवास्तव ने बताया कि यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ बनाये जाने हेतु पुलिस द्वारा मोटर वाहन अधिनियम के अन्तर्गत प्रभावी कार्यवाही करते हुए इस वर्ष 16 मार्च से 31 अगस्त तक की अवधि में नियमों का उल्लंघन करने वाले 4892 वाहनों को सीज किया गया। सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के उद्देश्य से शराब पीकर वाहन चलाने वाले व्यक्तियों की चेकिंग ब्रेथ एनलाइजर के माध्यम से करते हुए दोषी पाये गये 884 वाहनों का चालान किया गया।
प्रमुख सचिव गृह ने बताया कि पुलिस द्वारा सड़क दुर्घटनाओं में घायल 2370 व्यक्तियों को विभागीय एम्बुलेंस का प्रयोग कर उपचार हेतु अस्पताल पहुंचाया गया तथा क्रेन का उपयोग कर 756 दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को रास्ते से हटा कर यातायात का अवरोध दूर किया गया। नियमों का उल्लंघन करने वाले 8101 वाहनों का चालान ब्हील क्लेंम्प का प्रयोग कर किया गया। अनाधिकृत रुप से लाल/नीली बत्ती लगाने वाले वाहनों की चेकिंग के फलस्वरुप लाल बत्ती लगे 319 व नीली बत्ती लगाये 127 वाहनों का भी चालान किया गया। उन्होने बताया कि उक्त अवधि में 5 लाख 15 से अधिक़़ वाहनों का चालान कर 5 करोड़ 88 लाख 84 हजार रुपये से अधिक की धनराशि शमन शुल्क के रुप में वसूल की गयी।
श्री आर0एम0 श्रीवास्तव ने बताया कि अभियोजन विभाग को चुस्त-दुरूस्त बनाया गया है तथा अदालतो मे चार्जशीट भेजने से पहले उसके विधिक परीक्षण कराने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है ताकि लचर चार्जशीट का लाभ अपराधी न उठा सके। जिला स्तर पर मानीटरिंग कमेटी की बैठके नियमित कराने के प्रयास शुरू किये गये हैं।
प्रमुख सचिव गृह ने बताया कि अदालतो में चल रहे मुकदमो की प्रभावी पैरवी के फलरूवरूप इस वर्ष मार्च से अगस्त माह के अंत तक भादवि व अन्य अधिनियम के अन्र्तगत अधीनस्थ न्यायालयों द्वारा कुल निर्णीत 1,85,424 वादों मे से 1,52,323 वादो मे तथा सत्र न्यायालयों में भादवि, अन्य अधिनियम, एससी/एसटी एक्ट व गिरोह बंद अधिनियम के अन्तर्गत कुल निर्णीत 13180 वादों में से 4599 वादों में अपराधियों को सजा दिलायी गयी। उन्होंने बताया कि केवल अगस्त माह में ही अधीनस्थ न्यायालयों द्वारा भादवि व अन्य अधिनियम में कुल निर्णीत 29264 वादों मे से 23651 वादो मे तथा सत्र न्यायालयों में भादवि, अन्य अधिनियम, एससी/एसटी एक्ट व गिरोह बंद अधिनियम के अन्तर्गत कुल निर्णीत 2284 वादों में से 971 वादों में अपराधियों को सजा दिलायी गयी।
श्री आर0एम0 श्रीवास्तव ने बताया कि माह अगस्त में 3528 सजायाफ्ता कैदी जेल में दाखिल हुये। इस प्रकार वर्तमान में 30 हजार सजायाफ्ता कैदी जेलों में निरुद्ध है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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