पेट्रोल की कीमत में लगातार हो रही वृद्धि की जबरदस्त प्रताड़ना झेल रही देश की आमजनता को और भी ज्यादा त्रस्त करने वाला फैसला लेते हुये केन्द्र सरकार ने डीजल की कीमत में अप्रत्याशित पांच रूपया वृद्धि एवं साथ ही खाना पकाने के गैस सिलेण्डर की सप्लाई को प्रत्येक घर में सालाना 6 सीमित कर दिया है। इस प्रकार के फैसले से कांग्रेस के नेतृत्व वाली यू.पी.ए. सरकार आमजनता की निगाह में एक ‘‘दुःखदायी सरकार‘‘ बन गयी है।
महँगाई की जबरदस्त मार से पीडि़त आमजनता के जीवन को और भी ज्यादा कष्टदायक बनाने वाले केन्द्र सरकार के वर्तमान कदम की बी.एस.पी. अत्यन्त सख्त निन्दा करती है एवं इस प्रकार के ‘‘जन-विरोधी‘‘ फैसले को अविलम्ब वापस लेने की मांग करती है।
डीजल की कीमत में पाँच रूपये प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी से जहाँ एक तरफ किसान और खेती काफी ज्यादा प्रभावित होगी, वहीं दूसरी तरफ इसका सीधा बुरा असर आम आदमी के रोजमर्रा के जीवन पर भी पड़ेगा, क्योंकि डीजल के दाम में वृद्धि से सभी प्रकार की आवश्यक वस्तुओं के लाने व लेजाने के भाड़े में मनमानी वृद्धि हो जायेगी।
साथ ही, रसोई गैस पर ‘‘कोटा व्यवस्था‘‘ लागू कर प्रत्येक घर में सालाना 6 सिलेण्डर सीमित करने से ऐसा लगता है कि केन्द्र की यू.पी.ए. सरकार देश की घरेलू व्यवस्था को फिर से पुराने तौर-तरीकों वाले ‘‘युग‘‘ में ले जाना चाहती है। देश के लिये यह एक अशुभ व शर्म की बात होगी।
केन्द्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यू.पी.ए. सरकार की ‘‘गलत आर्थिक व विदेश नीति‘‘ के परिणामस्वरूप देश में आम जन-जीवन को अस्त-व्यस्त कर देने वाले इस फैसले की बी.एस.पी. कड़ी निन्दा करते हुये देश की आर्थिक व विदेश नीति में तत्काल ‘‘जन-कल्याणकारी सुधार‘‘ की मांग करती है। बी.एस.पी. की मांग है कि केन्द्र सरकार बिना किसी विदेशी दबाव में आये हुये, जहाँ से भी गैस व पेट्रोलियम पदार्थ सस्ता मिलना सम्भव हो, देशहित में आयात करके आमजनता को सस्ता व सुगमतापूर्वक उपलब्ध कराये।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com