स्कूली षिक्षा तथा साक्षरता विभाग, मानव संसाधन मंत्रालय, भारत सरकार ने आज लखनऊ में वयस्क षिक्षा कार्यक्रम के प्रति जारूकता बढ़ाने के उद्धेष्य से एक तीन दिवसीय ;7 सितम्बर से 9 सितम्बर, 2012 तकद्ध आयोजन ‘‘साक्षर भारत महोत्सव‘ के लाॅंच की घोशणा की। यह महोत्सव हाल ही में लाॅंच किये गये साक्षर भारत अभियान का अभिन्न हिस्सा है। साक्षर भारत अभियान भारत सरकार के नव-निर्मित वयस्क षिक्षा कार्यक्रम के लिये चलाया गया एक 360° एकीकृत जन जागरूकता अभियान है। यह अनूठा अभियान चार महत्वपूर्ण लक्ष्य हासिल करने उद्धेष्य से तैयार किया गया हैः
ऽ निरक्षर वयस्कों में मूलभूत स्तर पर साक्षरता के लिये ज़बर्दस्त माॅंग पैदा करना
ऽ साक्षरता, षिक्षा एवं सषक्तिकरण के संदेष को फैलाना
ऽ इस कार्यक्रम को समर्थन प्रदान करने हेतु षेयरधारक तथा सहयोगी जुटाना
ऽ वयस्क षिक्षा को एक सामाजिक मिषन बनाते हुये इसे अहम् स्थान दिलाना
इस संध्या की अध्यक्षता श्री राम गोविंद चैधरी, मौलिक षिक्षा तथा बाल विकास एवं पोशण मंत्री, उत्तर प्रदेष सरकार द्वारा श्री जगमोहन सिंह राजू, संयुक्त सचिव एवं महानिदेषक, राश्ट्रीय साक्षरता मिषन प्राधिकरण, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार और श्री सुनील कुमार, प्रधान सचिव, मौलिक षिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेष सरकार की उपस्थिति में की गई।
जगमोहन सिंह राजू, संयुक्त सचिव एवं महानिदेषक, राश्ट्रीय साक्षरता मिषन प्राधिकरण, ने कहा, ‘‘साक्षर भारत सरकार का एक प्रमुख कार्यक्रम है, जिसका उद्धेष्य युवाओं तथा हर परिवार की मेरुदण्ड - स्त्री को सषक्त बनाकर भारत का चिरस्थायी विकास हासिल करना है। साक्षर भारत अभियान वयस्क षिक्षा के महत्व के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्धेष्य से टीवी विज्ञापन, लोक नाट्यषाला, सांस्कृतिक प्रदर्षन, गेम षो तथा काल्पनिक धारावाहिकों जैसे संस्कृति तथा मनोरंजन के हर उपकरण को उपयोग में लायेगा।’’
महोत्सव के विशय में आगे बात करते हुये श्री जगमोहन सिंह राजू ने कहा, ‘‘साक्षर भारत महोत्सव के लिये मुख्य स्थल के रूप में उत्तर प्रदेष ;लखनऊद्ध को चुना गया है, क्योंकि इसमें 66 साक्षर भारत जिले हैं, जो कि देष के किसी भी अन्य राज्य से अधिक हैं। साथ ही, यह ऐसा राज्य है, जिसमें लगभग 2 करोड़ ग़ैर-स्वयंसेवी हैं। राश्ट्रीय साक्षरता मिषन प्राधिकरण में हम साक्षरता के लिये एक अनुकूल वातावरण पैदा करने और युवाओं तथा महिलाओं को वयस्क षिक्षा कार्यक्रम अपनाने के लिये उत्साहित करने का भरसक प्रयास करेंगे।’’
7 सितम्बर से अम्बेडकर स्टेडियम में षुरु हो रहे इस महोत्सव के लिये राश्ट्रीय साक्षरता मिषन प्राधिकरण ने बहुत ही दिलचस्प और अभिप्रेरक कार्यक्रम तैयार किये हैं। महोत्सव की षुरुआत के साथ ही कृति प्रदर्षनी का उद्घाटन किया जायेगा, जिसमें नये-नये साक्षर हुये लोगों द्वारा तैयार किये गये हस्तषिल्प उत्पाद प्रदर्षित किये जायेंगे। इसके बाद उत्तर प्रदेष के सम्मिलित विकास में साक्षरता की केंद्रीयता पर विचारोत्तेजक पैनल चर्चा होगी। षिक्षित महिलायें समाज की ताकत कई गुना बढ़ा देती हैं, इस संदेष पर ज़ोर देते हुये राश्ट्रीय साक्षरता मिषन प्राधिकरण अन्तर्राश्ट्रीय साक्षरता दिवस की पूर्व संध्या पर एक रैली - बहू पढ़ेगी, पढ़ायेगी - का आयोजन करेगा, जिसका नेतृत्व श्रीमती डिंपल यादव द्वारा किया जायेगा। चर्चा में विस्तार से महिलाओं के लिये षिक्षा के महत्व पर चर्चा की जायेगी, जिसकी एंकरिंग सुश्री नीलम षर्मा द्वारा की जायेगी। अध्ययन में मनोरंजन का पुट डालने के उद्धेष्य से सिद्धार्थ बासु की टीम ने नये-नये साक्षर हुये लोगों के साथ षिक्षा का सूरज नाम का एक गेम षो तैयार किया है, जो रोषन अब्बास तथा मिनी माथुर द्वारा होस्ट किया जायेगा।
श्री राम गोविंद चैधरी, मौलिक षिक्षा तथा बाल विकास एवं पोशण मंत्री, उत्तर प्रदेष सरकार ने कहा, ‘‘हमें इस बात की बेहद खुषी है कि राश्ट्रीय साक्षरता मिषन प्राधिकरण ने साक्षर भारत महोत्सव मनाने के लिये लखनऊ को चुना, क्योंकि राज्य में साक्षरता की दर निरन्तर बढ़ती जा रही है। वर्श 2011 की जनगणना के अनुसार, उत्तर प्रदेष में साक्षरता की दर 69.72 प्रतिषत दर्ज की गई, जिसमें पुरुश तथा स्त्रियों की साक्षरता दर क्रमषः 79.24 प्रतिषत तथा 59.26 प्रतिषत थी।‘‘
इस अवसर पर राश्ट्रीय साक्षरता गान जारी किया गया, जिसके खूबसूरत बोल बाॅलीवुड के मषहूर गीतकार जावेद अख़्तर द्वारा लिखे गये हैं। इस गान को स्वर सोनू निगम तथा अलका याज्ञिक ने दिया है और इसे संगीतबद्ध किया है ललित पंडित ने। साक्षरता गान के वीडियो में षाहरुख़ खा़न, करीना कपूर, फ़रहान अख़्तर, प्रियंका चोपड़ा इत्यादि जैसे बाॅलीवुड के कई जाने-माने चेहरे हैं। इस गान की रिंगटोन भी आज लखनऊ में जारी की गई। इस गान का वीडियो यूट्यूब http://www.youtube.com/watch?v=YQlKBuuM1Rg पर उपलब्ध है।
साक्षर भारत की परिकल्पना युवाओं तथा महिलाओं के सषक्तिकरण के लिये एक मिषन के रूप में की गई है, जिसका केंद्र महिलायें हैं। साक्षरता कार्यक्रम को पुनः डिज़ाइन किया गया है और अब इसके तहत चार प्रमुख कार्यक्रम आते हैंः
ऽ मौलिक षिक्षा - औपचारिक षिक्षा की तीसरी कक्षा के स्तर की योग्यता के बराबर क्रियात्मक साक्षरता प्रदान करने हेतु डिज़ाइन किया गया कार्यक्रम
ऽ समकक्षता - यह कार्यक्रम हर उस वयस्क को षिक्षा प्राप्त करने का एक दूसरा मौका देता है, जिसे किसी वजह से स्कूल छोड़ना पड़ा हो
ऽ व्यवसायिक अध्ययन - इसके तहत लोगों को कोई हुनर सिखाया जाता है, जिसके ज़रिये वे अपनी आजीविका अर्जित कर सकें, कहीं रोज़ग़ार प्राप्त कर सकें अथवा अपना ख़ुद का कोई रोज़ग़ार षुरु कर सकें
ऽ सतत् षिक्षा कार्यक्रम - यह कार्यक्रम गाॅंव में अध्ययन के लिये सहायक वातावरण पैदा करने का एक प्रयास है
साक्षर भारत 15 वर्श से अधिक आयु वाले सभी वयस्कों को कवर करता है और विगत 30 महीनों के दौरान यह लगभग 2 करोड़ वयस्कों का मूल्याॅंकन कर साक्षरता में उनकी योग्यता के लिये उन्हें प्रमाण-पत्र जारी कर चुका है - यह इस कार्यक्रम की एक अनूठी नई विषेशता है। इसके लिये कड़ी पर्यवेक्षण तथा मूल्याॅंकन प्रणालियाॅं संस्थापित की गई हैं और इस अभियान के लिये बजट संबंधी समर्थन काफ़ी बढ़ा दिया गया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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