समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि 5-कालिदास मार्ग पर आज हजारों नौजवानों का जमावड़ा था। वे अपने प्रिय नेता और प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव से मिलने पहुॅचे थे। ये वे नौजवान थे जिन्होने पांच वर्ष तक बसपा के कुशासन के खिलाफ संघर्ष में श्री अखिलेश यादव का कंधे से कंधा मिलाकर साथ दिया था। इन नौजवानों में सैकड़ों चेहरे ऐसे भी थे जो समाजवादी क्रांतिरथ के भी धूप, बरसात, गर्मी और भूख प्यास सहते हुए उनके अभियान में साथ-साथ चले थे।
मुख्यमंत्री जी ने आज नौजवान साथियों से मिलने का समय खुद ही तय किया था। अब वे हर महीने की पहली तारीख को उनसे मिलेगें। इसलिए प्रदेश के कोने-कोने से नौजवान भी बड़े उत्साह के साथ जुटे थे। वे मुख्यमंत्री से ज्यादा अपने “भैया“ से मिलकर प्रफुल्लित थे। अपनत्व और परस्पर मेल मिलाप का यह अनोखा दृश्य था। “भैया“ सम्बोधन में उनके बीच का भावात्मक रिश्ता छलक रहा था। मुख्यमंत्री जी ने आए हुए तमाम साथियों को नाम से सम्बोधित कर पुकारा और उनका हालचाल लिया।
श्री अखिलेश यादव ने 15 मार्च,2012 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। समाजवादी पार्टी की पहली बहुमत की सरकार बनने पर चारों तरफ जश्न का माहौल था। 25 मार्च,2012 को मुख्यमंत्री पहली बार जब अपने सरकारी आवास-5 कालिदास मार्ग, लखनऊ में प्रवेश करने आए तो उनके साथ उनके सहयोगी युवाओं की पूरी टोली थी। उन्होने संघर्ष के साथियों को इस मौके पर खासतौर पर अपने बीच रहने को आमंत्रित किया था। इस तरह उन्होने सहयोगियों के समर्पण और श्रम के प्रति कृतज्ञता भी ज्ञापित की थी।
आज 01 सितम्बर को फिर कालिदास मार्ग के मुख्यमंत्री आवास में वही गहमागहमी थी। नौजवानों की टोलियां थी और उनके बीच हंसते मुस्कराते उनके “भैया“ यानी मुख्यमंत्री जी। कतारबद्ध नौजवानों ने अनुशासित ढंग से भेंट की। कईयों ने बसपा के घोटालों और अवैध कारोबारों की चर्चा की तो कुछ ने बताया कि कई क्षेत्रों में अभी भी अवैध खनन चल रहा है। बदहाल किसानों के कर्ज माफी की कार्यवाही में तेजी की मांग के साथ कुछ पुलिस द्वारा अभी भी निर्दोष लोगों के उत्पीड़न की शिकायतें लेकर आए थे। कुछ अधिकारियों के अभी भी बसपा मानसिकता से ग्रस्त होने की भी शिकायतें थी। कुछ नौजवान अपनी बेरोजगारी से तंग थे और अपने लिए नौकरी चाहते थे। कुछ संगठन में समायोजित होने की आकांक्षा लेकर आए थे। ऐसे भी कई नौजवान थे जो बसपा राज में फर्जी मुकदमों में फंसे थे और आज भी परेशानी में है। लेकिन तमाम ऐसे भी थे जो सिर्फ अपने नेता से मिलने के लिए ही आए थे।
मुख्यमंत्री जी ने इस मौके पर युवा साथियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय औेर महाविद्यालयों में छात्रसंघ के चुनाव की आड़ में अराजकता और उद्दडंता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अगर शैक्षणिक वातावरण को असामाजिक तत्व खराब करेगें तो उनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। शिक्षा संस्थानों का माहौल खराब नहीं होने दिया जाएगा। लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के आधार पर ही चुनाव होगें।
श्री अखिलेश यादव ने नौजवानों से छात्रसंघ चुनावों में सक्रिय रूप से हिस्सा लेने को कहा पर हिदायत दी कि अनुशासन में रहते हुए पठन पाठन का वातावरण बनाए रखें। इसके साथ ही जनता की भी सेवा करें और उनके दुःखदर्द में शामिल होकर अपेक्षित मदद भी करें। नौजवानों को सत्ता परिवर्तन के बाद अब व्यवस्था परिवर्तन की लड़ाई भी लड़नी होगी।
हजारों छात्रों-युवाओं ने संकल्प लिया कि वे अपने मुख्यमंत्री के विश्वास को नहीं तोड़ेगें और उनकी आशाओं पर खरे उतरने की चेष्टा करेगें। नौजवानों ने यह भी प्रतिज्ञा की कि वे समाजवादी पार्टी को सन् 2014 में दिल्ली के तख्त तक पहुॅचाने की पुरजोर कोशिश करेगें।
इस मौके पर प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी, लोहिया वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री आनन्द भदौरिंया, छात्रसभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सुनील यादव, सयुस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री संजय लाठर, मुलायम सिंह यूथ बिग्रेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमिताभ बाजपेयी, तथा प्रदेश अध्यक्ष श्री नईमुल हसन, संयुस के प्रदेश अध्यक्ष श्री नफीस अहमद, छात्रसभा के प्रदेश अध्यक्ष डा0 राजपाल कश्यप, लोहिया वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष श्री निर्भय सिंह पटेल तथा प्रबुद्ध प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष प्रो0 समीर तिवारी भी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com