उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को जनता दर्शन में दिये जाने वाले प्रार्थना पत्रों के संबंध में लोगों को कुछ बिन्दुओं पर अवश्य ध्यान देने की सलाह दी गयी है।
इस संबंध में जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रार्थना पत्र देते समय संबंधित व्यक्ति प्रार्थना पत्र पर अपने हस्ताक्षर अवश्य करें तथा प्रार्थना पत्र की मूल प्रति ही प्रस्तुत करें। प्रायः देखने में आया है कि जनता दर्शन में आने वाले लोग प्रार्थना पत्र की मूल प्रति न देकर छाया प्रति प्रस्तुत करते हैं। उन्हें इस पर भी ध्यान देना है कि प्रार्थना पत्र मुख्यमंत्री को ही सम्बोधित हो तथा प्रार्थना पत्र सुस्पष्ट शब्दों में लिखा हो। इसके अतिरिक्त प्रार्थना पत्र पर प्रार्थी का अपना मोबाइल नम्बर अवश्य अंकित हो। यदि किसी व्यक्ति के पास अपना मोबाइल नम्बर नहीं है तो वह अपने किसी नज़दीकी व्यक्ति का मोबाइल नम्बर प्रार्थना पत्र पर अंकित कर सकता है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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