उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में विकास के लिए निजी क्षेत्र के सहयोग की अपेक्षा करते हुए कहा है कि यहां पर निवेश की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि लोगों की अपेक्षाओं पर खरा उतर कर ही विकास का रास्ता तय किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने सत्ता में आने के बाद की सीमित अवधि में विकास के एजेण्डे को तय कर दिया है, जिस पर समयबद्ध कार्यवाई सुनिश्चित की जा रही है और इसके परिणाम भी दिखाई पड़ने लगे हैं।
मुख्यमंत्री आज यहां शास्त्री भवन में ग्लोबल इन्वेस्टर्स कान्फ्रेन्स के प्रतिनिधिमण्डल को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमण्डल को आश्वस्त किया कि निवेश के क्षेत्र में आने वाली दिक्कतों को दूर करने का हर सम्भव प्रयास प्रदेश सरकार द्वारा किया जायेगा। प्रतिनिधिमण्डल के सदस्यों द्वारा प्रदेश के विकास के लिए ऊर्जा एवं अवस्थापना के क्षेत्र में निवेश किए जाने की इच्छा जताई गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार की प्राथमिकताओं में बिजली, सड़क, उद्योग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, कृषि, पर्यटन, सूचना प्रौद्योगिकी आदि क्षेत्र शामिल हैं, जिनके सुधार एवं विकास पर कार्य किया जा रहा है। ऊर्जा के क्षेत्र में सुधारों की चर्चा करते हुए उन्होंनेे कहा कि लगभग 1500 मेगावाॅट विद्युत उत्पादन की परियोजनाएं निर्माण के दौर में हैं, जिनका लाभ हमें लगभग एक वर्ष में मिलने लगेगा। उन्होंने कहा कि ओबरा, हरदुआगंज और पनकी पाॅवर प्लाण्ट से भी विद्युत उत्पादन बढ़ाये जाने का कार्य प्रगति पर है। प्लाण्ट लोड फैक्टर को बढ़ाने के साथ-साथ विद्युत वितरण को दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं। पी0पी0पी0 मोड के आधार पर हाइड्रो इलेक्ट्रिसिटी के क्षेत्र में भी छोटी परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही सौर ऊर्जा के उत्पादन पर भी ध्यान केन्द्रित किया गया है।
श्री यादव ने सड़क नेटवर्क को विकास का आधार बताते हुए कहा कि आगरा-लखनऊ हाईवे की परियोजना के साथ-साथ 26 मुख्य सड़कों को चैड़ा करने तथा उनके किनारे औद्योगिक क्लस्टर्स बनाए जाने पर भी कार्यवाई की जा रही है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में अवस्थापना सुविधाओं के लिए पी0पी0पी0 आधार पर ट्रामा सेन्टर, सर्विस डिलीवरी सिस्टम, मोबाइल यूनिट्स, मेडिकल इमरजेन्सी तथा डायग्नोस्टिक सेन्टर आदि की स्थापना किए जाने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी नीति को शीघ्र लागू किया जायेगा। लखनऊ के निकट आई0टी0 सिटी बनाये जाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि कक्षा दस पास छात्रों को टैबलेट एवं बारहवीं पास छात्रों को लैपटाॅप वितरण से प्रदेश में सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अभूतपूर्व क्रान्ति होगी। ग्रेटर नोएडा में इण्डस्ट्रीयल हब बनाए जाने का भी कार्य प्रगति में है। उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण किसानों की सहमति से उचित मुआवजे के आधार पर किया जायेगा। उन्होंने कहा कि निर्माण एवं रोजगार के क्षेत्र में भी ध्यान केन्द्रित किया गया है, जिससे प्रदेश की विकास दर बढ़ेगी।
इस अवसर पर उपाध्यक्ष राज्य योजना आयोग श्री एन0सी0 बाजपेयी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री राकेश गर्ग, औद्योगिक एवं अवस्थापना विकास आयुक्त श्री अनिल कुमार गुप्ता, प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री संजय अग्रवाल, सचिव मुख्यमंत्री श्री आलोक कुमार, प्रबन्ध निदेशक विद्युत उत्पादन निगम श्री धीरज साहू, परामर्शी मुख्यमंत्री श्री आमोद कुमार समेत ग्लोबल इन्वेस्टर्स कांफ्रेन्स के सहसंस्थापक श्री रामदेव अग्रवाल एवं अन्य सदस्य उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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