बुनियादी आवश्यकताओं व रचनात्मक कार्यो में करें विज्ञान के ज्ञान का उपयोग — श्री शिवपाल सिंह यादव, लोक निर्माण मंत्री, उ.प्र.
सिटी मोन्टेसरी स्कूल, महानगर (द्वितीय कैम्पस) द्वारा आयोजित चार दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय गणित, विज्ञान व कम्प्यूटर प्रतियोगिता ”मैकफेयर इन्टरनेशनल-2012“ का भव्य उद्घाटन मुख्य अतिथि श्री शिवपाल सिंह यादव, लोक निर्माण मंत्री, उ.प्र. ने आज सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में दीप प्रज्वलित कर किया। रंगारंग शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच सम्पन्न हुए इस भव्य समारोह में नेपाल सहित देश के विभिन्न प्रदेशों से पधारे प्रतिभागी छात्रों ने एक अनूठे अंदाज में अपना परिचय प्रस्तुत किया। बाल वैज्ञानिकों के चमकते चेहरों व उल्लासपूर्ण माहौल में सम्पन्न उद्घाटन समारोह का दृश्य देखने लायक था। उद्घाटन समारोह में देश-विदेश से पधारे भावी वैज्ञानिकों को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि विज्ञान का उपयोग आम लोगों की बुनियादी आवश्यकताओं, रचनात्मक कार्यो एवं विश्व एकता के लिए होना चाहिए। मानव जाति के समक्ष आज अनेक प्रकार की विश्वव्यापी समस्याऐं हैं। इन समस्याओं को हल करने का बहुत बड़ा दायित्व भावी वैज्ञानिकों का हैं। उन्होंने कहा कि कम्प्यूटर एवं विज्ञान को सभी क्षेत्रों में अपनाने की आवश्यकता है, तभी हम विश्व के साथ मिलकर आगे बढ़ सकेंगे।
उद्घाटन समारोह में सी.एम.एस. छात्रों ने देश-विदेश के प्रतिभागी छात्र टीमों एवं उनके शिक्षकों के सम्मान में भारतीय लोक गीतों का आलोक बिखरते एवं विश्व एकता व शान्ति का सन्देश देते अनेक शिक्षात्मक एवं प्रेरणादायी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी का दिल जीत लिया। कार्यक्रम की शुरुआत सर्वधर्म प्रार्थना व विश्व शान्ति प्रार्थना से हुई। छात्रों ने इस अवसर पर एक शानदार विश्व संसद का आयोजन भी किया। विभिन्न देशों का प्रतिनिधित्व करते हुए छात्रों ने विश्व की समस्याओं की गहन चर्चा की और वैज्ञानिक व शान्ति पूर्ण ढंग से समाधान भी सुझाए। ज्ञातव्य हो कि सिटी मोन्टेसरी स्कूल, महानगर (द्वितीय कैम्पस) द्वारा चार दिवसीय मैकफेयर इन्टरनेशनल-2012 (अन्तर्राष्ट्रीय गणित, विज्ञान व कम्प्यूटर प्रतियोगिता) का आयोजन 31 अगस्त से 3 सितम्बर 2012 तक सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में हो रहा है, जिसके अन्तर्गत देश-विदेश के भावी वैज्ञानिकों के लिए जूनियर तथा सीनियर दो ग्रुपों मंें मैथ्स क्विज, हाॅफ-ए-मिनट, एलोक्यूशन, सोशल विंडो, कोरियोग्राफी, साइंस माडल डिस्प्ले, ग्रीन टीन क्विज, ट्विन-क्विन्टर्डल्स, मैक बग आदि प्रतियोगितायें आयोजित हो रही हैं। इस अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में प्रतिभाग हेतु नेपाल व देश के विभिन्न प्रदेशों से लगभग 500 भावी वैज्ञानिक लखनऊ पधारे हैं।
मैकफेयर इण्टरनेशनल के पहले दिन देश-विदेश से पधारे प्रतिभागी छात्रों ने आज अपरान्हः सत्र में आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में खुलकर अपने विचार व्यक्त किए। प्रेस कान्फ्रेन्स में अपने विचार व्यक्त करते हुए डी.ए.वी. सुशील केडिया विश्वभारती हायर सेकेण्डरी स्कूल, नेपाल, से पधारे छात्रों ने कहा कि मैकफेयर एक अनूठा विज्ञान महोत्सव है जिसमें छात्रों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शन का भरपूर अवसर मिलता है। इन छात्रों ने जोर देते हुए कहा कि विज्ञान का उपयोग मानवता की भलाई के लिये होना चाहिए न कि उसके विनाश के लिए। त्रियोग हायर सेकेण्डरी स्कूल, नेपाल से पधारे छात्रों ने कहा कि अगर वैज्ञानिकों ने अपनी सूझ बूझ का परिचय नहीं दिया तो पूरी दुनियाॅ को नष्ट होने से नहीं बचाया जा सकता। हम बाल वैज्ञानिकों का कर्तव्य है कि हम सम्पूर्ण मानवता की भलाई के लिए काम करें। लामार्टिनियर फाॅर गल्र्स स्कूल, कोलकाता से पधारी छात्राओं का कहना था कि विज्ञान तो सत्य की खोज है, हम जितनी गहराई में जाते हैं उतनी ही नई-नई जानकारियों से रूबरू होते जाते हैं। जरूरत इस बात की है कि विज्ञान के ज्ञान का उपयोग सूझ-बूझ से एवं मानवता की भलाई के लिए हो। नेशनल जेम्स हायर सेकेण्डरी स्कूल, कोलकाता से पधारे छात्रों ने कहा कि हमारा उद्देश्य इन प्रतियोगिताआंे में जीतने का तो है पर उससे भी अधिक है कि सम्पूर्ण विश्व में एकता एवं शान्ति का राज कायम करें। इसी प्रकार देश के विभिन्न राज्यों से पधारे छात्रों का कहना था कि हम संसार के सभी वैज्ञानिकों से अपील करते हैं कि वह विज्ञान का उपयोग मानवता की भलाई के लिए करने का संकल्प लें।
”मैकफेयर इन्टरनेशनल 2012“ की संयोजिका व सी.एम.एस. महानगर (द्वितीय कैम्पस) की प्रधानाचार्या श्रीमती वीरा हजेला ने कहा कि इस आयोजन के माध्यम से हमारा प्रयास छात्रों को गणित, विज्ञान, कम्प्यूटर टैक्नालाॅजी, इण्टरनेट एवं साइवर स्पेस का उच्चस्तरीय ज्ञान उपलब्ध कराने के साथ ही उन्हें विश्वव्यापी वैज्ञानिक दृष्टिकोण प्रदान करना है। मैकफेयर देश-विदेश के छात्रों को एक अन्तर्राष्ट्रीय मंच उपलब्ध कराता है जहाँ छात्र अपने ज्ञान का भरपूर प्रदर्शन कर सकते हैं साथ ही साथ विभिन्न देशों के छात्रों से भी ज्ञान का आदान-प्रदान कर अपने ज्ञान में और विकास कर सकते हैं। उन्होंने देश-विदेश से पधारे सभी बाल वैज्ञानिकों व उनके टीम लीडरों को आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आप सभी का यहाँ इस एक अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर उपस्थित होना इस बात का प्रमाण है कि बाल वैज्ञानिक दुनिया को एकजुट करना चाहते हैं।
सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि मैकफेयर में पधारे देश-विदेश के प्रतिभागी छात्र न केवल स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के माध्यम से अपने ज्ञान का विस्तार करते हैं अपितु यह विश्व मंच छात्रों को किताबी ज्ञान से ऊपर उठाकर आध्यात्मिक उन्नति व मानवजाति के कल्याण के लिए कार्य करने की प्रेरणा देता है। इसके अलावा देश-विदेश के छात्र एक ही छत के नीचे रहकर एक-दूसरे की संस्कृतियों से भी अवगत होते हैं जिससे उनके व्यक्तित्व का विकास होता है। डा. गाँधी ने जोर देते हुए कहा कि विज्ञान के माध्यम से हम ईश्वर की बनाई धरती के अद्भुद रहस्यों की परते खोलते हैं और सत्य को पहचानते हैं और यही सत्य एक दिन मानव जाति को एकता के सूत्र में पिरोयेगा। उन्होंने कहा कि यदि हमें विश्वव्यापी समस्याओं को सुलझाना है तो विज्ञान के रचनात्मक व मानवतावादी विकास पर बल देना होगा। विज्ञान का उपयोग आम लोगों की बुनियादी आवश्यकताओं, रचनात्मक कार्यो एवं विश्व शान्ति के लिए होना चाहिए, तभी हम विश्व के साथ मिलकर आगे बढ़ सकेगे।
सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि मैकफेयर इण्टरनेशनल में प्रतियोगिताओं का दौर कल प्रातः 10.00 बजे से प्रारम्भ हो जायेगा जो कि 3 सितम्बर को भव्य पुरस्कार वितरण समारोह के साथ सम्पन्न होगा। कल होने वाली प्रतियोगिताओं में एलोक्यूशन, साइंस माडल डिस्प्ले, साइन्स विन्डो, ट्विन-क्विन्टर्डल्स, मैथ्स क्विज, ग्रीन टीन क्विज आदि प्रमुख हैं। इसके अलावा प्रातःकालीन सत्र में ‘वर्तमान परिवेश में शिक्षा’ विषय पर परिचर्चा भी सम्पन्न होगी तथापि सायंकालीन सत्र में देश-विदेश से पधारे प्रतिभाग छात्र रंगारंग शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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