उत्तर प्रदेश के नगर विकास व अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद आज़म खाँ ने आज के कुछ समाचार पत्रों में इस आशय से प्रकाशित कि ‘अब आज़म ने छोड़ा काम, नगर विकास की फाइलें देखने से इन्कार’ ख़बर के संदर्भ में प्रमुख सचिव नगर विकास को भेजे गये पत्र में कहा है कि उन्हें ज्ञात हुआ है कि उनके निजी सचिव की ओर से उन्हें (नगर विकास सचिव को) कोई पत्र प्राप्त हुआ है जिसमें विभागीय पत्रावलियाँ न भेजने की बात लिखी है, जो उनका (निजी सचिव का) गैर जि़म्मेदाराना अमल है जिसके लिये उन्हें अधिकृत नहीं किया गया था और न ही किसी प्रकार का कोई पत्र लिखने या भेजने को कहा गया था।
अपने पत्र में श्री खाँ ने लिखा है कि पैर में तकलीफ़ होने के कारण सिर्फ एक दिन पत्रावलियाँ नहीं देखी जा सकीं और ऐसा करना उनके उसूलों के खिलाफ़ है। उन्होंने सचिव, नगर विकास को लिखा है कि उनके कार्यालय से कल भी उन्हें (नगर विकास सचिव को) पत्रावलियाँ मिली होंगी और आज भी भेजी गयीं हैं। इस लिये यह कहा जाना कि उन्होंने पत्रावलियाँ देखन बन्द कर दिया है, पूरी तरह से गलत, भ्रामक, तथ्यों से परे और निराधार हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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