उत्तर प्रदेश के होमगार्ड्स मंत्री ब्रह्माशंकर त्रिपाठी ने विभागीय अधिकारियों को यह कड़ाई से सुनिश्चित करेने के निर्देंश दिये हैं कि होमगाडर््स जवानों की ड्यूटी बल पूर्वक न लगायी जाय। साथ ही उनकी ड्यूटी की अनिश्चितता को समाप्त किये जाने के लिए सभी होमगार्ड्स की ड्यूटी को शून्य घोषित करते हुए रेजीमेन्टल क्रमानुसार ड्यूटी लगायी जाय। उन्होंने यह भी निर्देंश दिये कि जब तक कि ड्यूटी लगाने से संबंधित साफ्टवेयर पूरी तरह से तैयार न हो जाय तब तक होमगार्ड्स की ड्यूटी उनके गृह ब्लाॅक को सम्मिलित करते हुए दो अन्य ब्लाक जहां होमगार्ड्स की सहमति हो, वहां लगायी जाय।
होमगार्ड्स मंत्री श्री ब्रह्माशंकर त्रिपाठी कल सायं यहां होमगार्ड्स मुख्यालय में विभागीय कार्यकलापों की समीक्षा कर रहे थे। इस बैठक में प्रमुख सचिव होमगार्ड्स श्री दुर्गाशंकर मिश्र, अपर पुलिस महानिदेशक, होमगार्ड्स, श्री प्रमोद कुमार तिवारी महासमादेष्टा, श्री अतुल, उपमहानिरीक्षक पुलिस श्री राम सिंह तथा जनपदों के जिला कमान्डेन्ट एवं शासन तथा विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि होमगार्ड्स के सभी राजपत्रित अधिकारियों को 9 एम एम की पिस्टल को उनकी व्यक्तिगत जिम्मेदारी पर चैबिसों घण्टे रखने के लिए दी जानी चाहिए। यदि किसी अधिकारी द्वारा इसका दुरूपयोग किया जायेगा तो उसके खिलाफ आई0 पी0 सी0 की धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी। राज्य सीमा के बाहर जाने पर यह पिस्टल उनसे जमा करा ली जायेगी। उन्होंने निर्देंश दिये कि विभाग के सभी पदों पर आगामी 30 दिसम्बर तक डी0 पी0 सी0 अवश्य हो जानी चाहिए ताकि अधिकारियों व कर्मचारियों में इसको लेकर जो असंतोष है उसे दूर किया जा सके। उन्होंने होमगार्ड्स कल्याण कोष की धनराशि को बढ़ाये जाने के मुद्दे पर शासन स्तर पर गम्भीर प्रयास किये जाने का आश्वासन भी दिया।
श्री त्रिपाठी ने होमगार्ड्स जवानों की वर्दी, जूते आदि की उचित व्यवस्था करने के लिए जिला कमान्डेन्ट्स को निर्देंश देते हुए कहा कि जवानों की पूरी यूनीफार्म की व्यवस्था जिला कमान्डेन्ट्स के मार्फत होनी चाहिए और उनके टेªनिंग पर भी विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए ताकि वे हर स्तर पर अपनी कामयाबी का प्रदर्शन कर सकंे।
प्रमुख सचिव श्री दुर्गाशंकर मिश्र ने जिला कमान्डेन्ट्स को निर्देश दिये कि जिन 6 जनपदों में जिला कार्यालय बनवाने हेतु पिछले वर्ष बजट स्वीकृत हो चुका है, वहां दिसम्बर तक काम पूरा करा लिया जाय। उन्होंने कहा कि जिला कमान्डेन्ट स्वयं जाकर कार्यालय के निर्माण कार्य का भौतिक सत्यापन करके उसकी सूचना निदेशालय भेजंे। उन्होंने कहा कि किसी भी होमगार्ड जवान की मृत्यु हो जाने पर उसके परिवार को बीमित धनराशि तीन महीने के अन्दर उपलब्ध हो जानी चाहिए। जिला कमान्डेन्ट्स इसे अपनी व्यक्तिगत जिम्मेदारी समझते हुए इस कार्य को करें। उन्होंने कहा कि होमगार्ड्स स्वयं सेवकों की ड्यूटी लगाने में कार्य की महत्ता एवं संवेदनशीलता को ध्यान में रखा जाना चाहिए। साथ ही होमगार्ड्स जवानों को अनुशासित एवं सुसभ्य होने के साथ ही उन्हें अपने अन्दर आत्म सम्मान एवं आत्म गौरव की भावना को प्रबल करना चाहिए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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