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चिन्तनधारा की धुरी पर उत्तर प्रदेश की राजनीति में मूलगामी बदलाव आया था

Posted on 29 August 2012 by admin

dsc_0046समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी के सम्मान में गाजियाबाद बार एसोसियेशन ने 18 अगस्त,2012 को सत्कार समारोह का आयोजन किया। समारोह में बार से जुड़े सैकड़ो अधिवक्ताओं ने उत्साह के साथ राजेन्द्र चैधरी का स्वागत किया और समाजवादी पार्टी प्रमुख श्री मुलायम सिंह यादव द्वारा उन्हें विधान परिषद सदस्य चुनवा कर एक त्यागी, तपस्वी  और मनस्वी सार्वजनिक कार्यकर्ता की ईमानदारी, सादगी और जनसेवा के लिए उनकी प्रतिबद्धता को मान्यता दी है। इसके लिए अधिवक्ताओं ने समाजवादी पार्टी श्री मुलायम सिंह यादव के प्रति आभार प्रकट किया। राजेन्द्र चैधरी के सम्बन्ध में अधिवक्ताओं ने रेखांकित किया था कि राजेन्द्र चैधरी एक व्यक्ति का नाम नहीं है बल्कि गत चालीस वर्ष के त्याग बलिदान और कुर्बानी का पर्याय है।
राजेन्द्र चैधरी की विचारधारात्मक पृष्ठभूमि का उल्लेख करते हुए अधिवक्ताओं ने जोर देकर कहा कि वह गांधी, लोहिया, जयप्रकाश और चैधरी चरण सिंह की विचारों के प्रतीक पुरूष कहे जा सकते हैं। छात्रजीवन में समाजवादी युवजन सभा के कार्यकर्ता की हैसियत से वह राजनीति में आये थे और 1968 में प्रदेश में उसके मंत्री भी चुने गये थे। महानन्द मिशन पेास्ट ग्रेजुएट कालेज छात्रसंघ के महामंत्री और अध्यक्ष के रूप में 1968 से 1974 की आलोच्य अवधि में उनकी नई पहचान बनी थी और पूर्व प्रधानमंत्री चैधरी चरण सिंह की प्रेरणा पर वह पूर्णकालिक राजनीतिक कार्यकर्ता की भूमिका में आ गए थे। वर्ष 1977 में गाजियाबाद विधान सभा क्षेत्र से विधायक चुने गए थे। राजेन्द्र चैधरी को युवा जनता का तब प्रदेश अध्यक्ष भी बनाया गया था।
राजनीति में डा0 लोहिया और चैधरी चरण सिंह की चिन्तनधारा की धुरी पर उत्तर प्रदेश की राजनीति में मूलगामी बदलाव आया था। राजनीति में इस विरासत का सृजनात्मक विकास उत्तर प्रदेश में मा0 मुलायम सिंह यादव ने किया। आज के बदले राजनीतिक परिदृश्य में नेता जी ने सामाजिक न्याय और सांप्रदायिक सद्भाव की आभा के आलोक में डाक्टर राम मनोहर लोहिया और चैधरी चरण सिंह के अरमानों का पूरा करने में अपना जीवन समर्पित कर दिया है। उत्तर प्रदेश की जनता ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में लुटेरी मायावती सरकार को सत्ता से हटाकर अनूठा जनादेश दिया है और सत्ता की बागडोर एक युवा मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव को सौंप दी है। जिस उत्तर प्रदेश ने कभी पंडित गोविन्द बल्लभ पंत, सम्पूर्णानन्द, चन्द्रभानु गुप्ता, सुचेता कृपालानी, कमलापति त्रिपाठी, चैधरी चरण सिंह, एच0एन0 बहुगुणा और मुलायम सिंह यादव का नेतृत्व देखा, परखा था, आज उसी प्रदेश में युवा मुख्यमंत्री के नेतृत्व पर भरोसा कर प्रदेश की जनता ने एक नया उदाहरण पेश किया है।
मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने अपने नीति वक्तव्य में प्रदेश की जनता को आश्वस्त किया है कि बीते पांच वर्षो के लूटखसोट के एजेण्डे के स्थान पर उनकी सरकार ने विकास का एजेण्डा तैयार किया है। जो प्रदेश को प्रगति के पथ पर आगे ले जायेगा। लोकतंत्र बहाल के साथ सरकार ने ऐसी व्यवस्था की है कि जनता अपनी समस्याओं को लेकर सीधे मुख्यमंत्री से मिल सकती है।
गाजियाबाद बार एसोसियेशन के अध्यक्ष श्री भारतेन्द्र शर्मा ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि गाजियाबाद के न्यायिक परिसर में वकीलों के चैम्बर और सभागार बनाने और अधिवक्ताओं के लिए पेंशन की व्यवस्था की शुरूआत समय की मांग है। उन्होने कहा कि श्री राजेन्द्र चैधरी भी चूॅकि बार के 1974 से सम्मानित सदस्य हैं और उनका यहां चैम्बर भी है।
बार के पूर्व अध्यक्ष राम शरण शर्मा,एडवोकेट ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि चैधरी चरण सिंह से लेकर राजेन्द्र चैधरी तक गाजियाबाद बार एसोसियेशन से जुड़े रहे है। चैधरी साहब स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। वह 1931 में गाजियाबाद से ही नमक सत्याग्रह में जेल गए थे और 1937 में पहली बार विधायक चुने गए थे। तब कांग्रेस के पांच विधायक सर्वश्री प्यारे लाल शर्मा, खुशीराम शर्मा, प्रकाशवती सूद, चैधरी रघुवीर नारायण सिंह बी0ए0 और चैधरी चरण सिंह चुने गए थे। मुस्लिम लीग के टिकट पर लियाकत अली और  हाफिज मोहम्मद इब्राहिम चुने गए थे। लियाकत अली पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री और चैधरी साहब भाारत देश के पांचवे प्रधानमंत्री निर्वाचित हुए। हाफिज साहब बाद में मुस्लिम लीग के अलगाववाद को छोडकर कांग्रेस की मुख्यधारा से जुड़कर गांधी, नेहरू और मौलाना आजाद के हमसफर बने थे। राजेन्द्र चैधरी की ईमानदारी, सादगी और जनसेवा के प्रति सारे प्रदेश में सम्मान का भाव है। मुलायम सिंह का उनपर स्नेह है और वे उनके परम विश्वासपात्र हैं।  राजेन्द्र चैधरी के उन्नत भविष्य के लिए अधिवक्ताओं ने अपनी शुभकामनाएं दीं।
अधिवक्ताओं की भावभीनी अभिव्यक्ति से अभिभूत राजेन्द्र चैधरी ने अत्यन्त विनम्रता के साथ अपना आभार प्रकट करते हुए कहा कि मेरे सार्वजनिक जीवन में सक्रिय रहने की प्रेरणाभूमि यदि कहीं है तो वह गाजियाबाद ही है। गाजियाबाद क्षेत्र की मुक्तिकामी जनता ने विदेशी सत्ता के खिलाफ अविराम संघर्ष किया था और श्रद्धेय चैधरी चरण सिंह ने गाजियाबाद में रहते हुए पहली बार  जंगे आजादी की तहरीक में शिरकत की थी। वह मेरी युवा पीढ़ी के लिए वन्दनीय युगपुरूष थे और उन्हीं की प्रेरणा पर मेरे जैसे नौजवान राजनीति में आये थे आपातकाल के खिलाफ चैधरी चरण सिंह विरोध दर्ज कराकर जेल गए थे और तब मैने भी आपातकाल के खिलाफ संघर्ष कर मेरठ जेल में कैद था। उत्तर प्रदेश में बसपा कुशासन के खिलाफ बसपा हटाओं, प्रदेश बचाओं सत्याग्रह में दस लाख से ज्यादा कार्यकर्ताओं ने सक्रिय भागीदारी की। बसपा शासन के कार्यकाल में दो लाख करोड़ रूपए का घोटाला हुआ। बसपा राज के चर्चित घोटाले एन0आर0एच0एम0 (5700 करोड़) मनरेगा घोटाला (12000 घोटाला) चीनी मिल बिक्री घोटाला (1180 करोड़) टीईटी घोटाला 120 करोड़) में उल्लेखनीय है। इस के अलावा फीस, प्रतिमूर्ति, नौएडा प्लाट आवंटन, शौचालय निर्माण, ढैंचा बीज गेहूॅ बीज, बाण साकार परियोजना, सरयू योजना और यूपीएसआईडीसी भर्ती घोटाले ने बसपा की पूर्व मुख्यमंत्री की असलियत उजागर कर दी है।
राजेन्द्र चैधरी ने कहा कि अपने गुनाहों पर पर्दा डालने के लिए मायावती ने पार्को, स्मारकों, मूर्तियों, माला और माया के मायाजाल के नये करतब दिखाए है। बाबा साहब ने 1949 में संविधान सभा को सम्बोधित करते हुए कहा था राजनीति में व्यक्ति पूजा इसके अवमूल्यन और अधिनायकवाद की उपज है। मायावती ने अपने मां, बाप और अपनी मूर्तियों के बहाने प्रदेश के सार्वजनिक राजस्व के चालीस हजार करोड रूपये लुटा कर प्रदेश को अवनति के गर्त में धकेल दिया। उत्तर प्रदेश एक ऐसा राज्य हैं जहां 38 फीसदी दलितों ने कभी स्कूल का मुंह नहीं देखा। आज भी अनुमानित रूप से 70 फीसदी दलित प्रारम्भिक स्तर पर स्कूल छोड़ देते है और स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में हर साल सैकड़ों बच्चे इंसेफ्लाईटिस के कारण दम तोड जाते है।
राजेन्द्र चैधरी ने कहा कि समाज के हर वर्ग का उत्थान करना समाजवादी पार्टी सरकार अपना फर्ज समझती है। प्रदेश की 57 आरक्षित सीट पर समाजवादी पार्टी ने जीत दर्ज की है जबकि बसपा ने कुल 16 सीटे ही हासिल की हैं। प्रदेश के हर वर्ग में नेताजी की अपील है और समाजवादी पार्टी का दलित वर्ग में भी ठोस जनाधार है। हमारे नेता मुलायम सिंह यादव जी की प्रेरणा पर प्रदेश सरकार ने बेरोजगारी भत्ता, कन्याधन, सरकारी टयूबबेल और किसानों को सिंचाई के लिए नहर का पानी मुफ्त देने का वायदा पूरा किया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने आपातकालीन बंन्दियों की सुविधाओं को भी बहाल कर लोकतंत्र के प्रति अपनी निष्ठा व्यक्त की है और घोषणा पत्र में किए गए वायदों को लागू करने के लिए कदम उठाना शुरू कर दिया है।
राजेन्द्र चैधरी ने अपने सम्बोधन में कहा है कि अधिवक्ताओं को भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अपनी भूमिका के गौरवशाली संघर्षशील इतिहास को कायम रखते हुए हर प्रकार के अन्याय के खिलाफ संघर्षरत रहना चाहिए। अधिवक्ताओं व आम जनता के लिए समाजवादी पार्टी की सरकार सदैव समर्पित रही है। उन्होने अधिवक्ताओं से अपील की कि वह देश के हित में श्री मुलायम सिंह यादव के हाथ मजबूत करें ताकि देश की आम जनता का हित सुनिश्चित किया जा सके।
गाजियाबाद बार एसोसिएशन, जिसके स्वयं राजेन्द्र चैधरी भी सदस्य हैं, में यह आयोजन इस दृष्टि से अभूतपूर्व था कि बार के ही एक सदस्य ने राजनीति के क्षेत्र में अपनी प्रभावी भूमिका स्थापित की और उनको सम्मान देने के लिए उनके समकालीन और बाद की पीढ़ी के नौजवान अधिवक्ता सब एक साथ सैकड़ो की संख्या में एकत्र थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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