राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के निदेशक मुकेश मेश्राम ने बताया कि मेन स्ट्रीमिंग आफ आयुष हेतु प्रदेश के समस्त जनपदों के जिला चिकित्सालयों में आयुष विंग की स्थापना होगी। इसमें आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथ चिकित्सकों एवं आयुष फार्मासिस्टों की संविदा पर नियुक्ति के साथ-साथ आयुष औषधि की भी व्यवस्था की जायेगी वर्ष 2012-13 में 1203 पुरूष आयुष चिकित्सक प्रसव केन्द्रों हेतु 841 आयुष महिला चिकित्सक एवं 759 आयुष फार्मासिस्टों को संविदा पर अनुबन्धित किए जाने का अनुमोदन प्राप्त हुआ है।
मिशन निदेशक ने बताया कि वर्ष 2011-12 में संविदा पर कार्यरत समस्त आयुष चिकित्सक पुरूष, आयुष चिकित्सक महिला, तथा फार्मासिस्टों को पुर्नअनुबन्धित किए जाने हेतु समस्त मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है। मेन स्ट्रीमिंग आफ आयुष के अन्तर्गत पहली बार आयुष औषधि के लिए 2525 लाख रूपये की धनराशि भारत सरकार द्वारा अनुमोदित की गई है तथा जनपद चिकित्सालय/संयुक्त चिकित्सालय में आयुष विंग भवन/उपकरण हेतु 30.00 लाख रूपये प्रति चिकित्सालय की दर से कुल 2520 लाख रूपये का अनुमोदन प्राप्त हुआ है।
श्री मेश्राम ने बताया कि जनपद के प्रभारी मंत्री के मुख्य आतिथ्य में समस्त जनपदों में आयुष पद्धति के संबंध में जन-जागरूकता पैदा करने तथा भ्रान्तियों को दूर करने के लिए एक दिवसीय आयुष जन सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा तथा राज्य स्तर पर भी दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा। प्रदेश के आयुष चिकित्सकों को आयुष पैथी के ख्यातिलब्ध अन्तप्र्रादेशिक संस्थानों में प्रशिक्षण हेतु भी भेजा जायेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com