जननी सुरक्षा हेल्पलाइन आगामी तीन माह मे प्रसव के लिए अस्पताल जाने वाली गर्भवती महिलाओं को रेफरल ट्ान्सपोर्ट सुविधा को और मजबूत बनायगी। शनिवार को छतारी कम्पाउड स्थित कार्यालय पर राज्य परियोजना समन्वयक डा0 सी0एस0 वर्मा की अध्यक्ष्ता में हुई बैठक में यह प्रस्ताव पारित किया गया । डा0 सी0एस0 वर्मा ने बताया कि पचास से साठ प्रतिशत गर्भवती महिलाओं की मृत्यु अस्पताल जाने के लिये समय से वाहन की सुविधा नही मिल पाने के कारण हो जाती है इसलिये आवश्यकता है कि वाहन स्वामियो से समांजस्य स्थापित किया जाये । इसके लिए हर ब्लाॅंक में निजी वाहन स्वामियों को चिन्हित कर मरीजों को अस्पताल पहुचाने के लिए पे्ररित करेगें। इसके लिऐ आर0टी0ओ0 से वार्ता करके सघन अभियान चलाया जायेगा। बैठक में सरकार द्धारा जिला स्तर पर शुरू की गयी एम्बूलेंस सेवा का स्वागत किया गया। डा0 वर्मा ने बताया कि इस सरकारी एम्बूलेंस सेवा का जननी सुरक्षा हेल्पलाइन व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार करेगीं। उन्होने आगामी लक्ष्यों को बताते हुए कहा कि सत्तर प्रतिशत गांव को हेल्पलाइन से जोडा जायेगा । और चार पहिया वाहनों से गर्भवतीयों को अस्पताल पहुचानें की गति को चालीस प्रतिशत से बढ़ा कर साठ प्रतिशत किया जायेगा। उन्होने बताया कि जो वाहन स्वामी हेल्पलाइन से जुडेंगें उनका पूरा विवरण तैयार किया जायेगा इसका लाभ सरकारी और गैर सरकारी स्तर पर लोग हेल्पलाइन से ले सकेंगें। हेल्पलाइन से जुडने वाले वाहन स्वामीयों के लिए परिवाहन विभाग के सहियोग से विशेष सविधाएं प्रदान कराने का प्रयास होगा। बैठक में जिला परियोंजना समन्वयक तैयव हुसेन,जिला हेल्पलाइन कोर्डीनेटर प्रवीन कुमार, सुजीत कुमार , गुंजन मिश्रा, एवं अकराबाद से ब्लाॅंक कोर्डीनेटर कल्पना शर्मा, प्रमोद, लोधा ब्लाॅंक से दीपा शर्मा, अहतशाम, धनीपुर ब्लाॅंक से अवाद खान ,ज्ञानेश शर्मा, आदि मोजूद थें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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