बाल विकास परियोजना गरीब बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए केन्द्र सरकार ने राज्य सरकार के माध्यम से उत्तर प्रदेष के सभी जनपद कें सभी व्लाकों के प्रत्येक गाॅव में केन्द्र खोले हैं। जिसमें आये दिन लूट-खसोट का नया-नया तरीका अपनाया जा रहा है। नगर क्षेत्र में केन्द्र चलाने वाली आॅगनबाड़ी की कार्यकत्री ने नाम न प्रकाषित करने की षर्त पर बताया कि वर्तमान समय में आडिट के नाम पर सी0डी0पी0ओं को विकास भवन स्थित कार्यालय से फरमान जारी किया गया है कि इलाहाबाद स्थित ए0 जी0 आफिस से अडिट करने वाले आ रहे हैं उन्हें खुष करने के लिए मुख्यालय से एक मोटी रकम देनी है और कागजों में हुए हेर-फेर को सही साबित करने के प्रतिफल में दी जा रही रकम को देने के लिए नगर ही नही जिले के 14 ब्लाकों के आॅगन बाड़ी केन्द्रों से 300 रू0 वसूला जा रहा है और यदि कोई आॅगन बाड़ी कार्यकत्र्री ने देने मंे असमर्थता जताती है तो उसको रजिस्टर सहित ब्लाक मुख्यालय पर पहुॅचने का फरमान सुना दिया जाता है। गौर तलब है कि यह सभी जानते हैं कि आॅगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चे न के बराबर आते हैं इसी के एवज में प्रतिमाह आॅगनबाड़ी कार्यत्र्रियों से पाॅच सौ से लेकर आठ सौ रू0 तक वसूलने की परम्परा बनी हुई है। अब आडिट के बहाने उगाही का प्रयास जारी है। माह जुलाई में विभागीय आडिट के नाम पर जिले भर से रू0 200 वसूला गया था। अब इस महीने इलाहाबाद स्थित ए0 जी आफिस के द्वारा आडिट के नाम पर रू 300 वसूला जा रहा है। जिससे आॅगन बाड़ी कार्यकर्तयों में काफी रोस व्यपत है। उक्त सम्बन्ध में जिला कार्यक्रम अधिकारी संदीप षुक्ला से जानकारी चाही गई तो बार-बार फोन लगाने पर उनका मोबाइल फोन नही उठा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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