चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री शंखलाल मांझी की अध्यक्षता में निषाद समुदाय का एक प्रतिनिधि मण्डल आज यहां प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव से उनके निवास 5, कालीदास मार्ग पर अपनी मांगों के संबंध में मिला।
प्रतिनिधि मण्डल की प्रमुख मांगों में शामिल था कि प्रदेश की अति पिछड़ी 17 उपजातियों को 8 प्रतिशत तालाबों का पट्टा दिया जाय और इसका लगान 10 हजार से घटाकर 1 हजार किया जाय। बालू, मौरंग के पट्टे देने हेतु गत 5 वर्ष के अवसर के आधार पर प्रति हेक्टेयर दर पर 15 प्रतिशत वृद्धि कर खनन पेशे से जुड़े मछुआ समुदाय के लोगों को प्राथमिकता पर देने हेतु शासनादेश जारी किया जाय। प्रदेश की 17 अति पिछड़ी जातियों यथा राजभर, निषाद, प्रजापति, मल्लाह, कहार, कश्यप, कुम्हार, धीमर, बिन्द, भर, केवट, धीवर, बाथम, मछुआ, मांझी, तुरहा तथा गौड़ को आरक्षण की सुविधा हेतु भारत सरकार को समुचित सुझाव एवं सिफारिश प्रेषित की जायें। अनुसूचित जाति/जनजाति की सूची में पहले से सम्मिलित मझवार, खरवार, बेलदार, तुरहा तथा गौड जातियों को परिभाषित कर तत्काल प्रमाण पत्र दिये जाने हेतु शासन स्तर पर तत्काल आदेश दिये जाएं। पिछली मसाजवादी सरकार की भांति अति पिछड़ी जातियों को सरकार में राजनीतिक भागीदारी दी जाए। कुम्हारी कला के पट्टे 1-2 बिस्वा से बढ़ाकर कम से कम 10 बिस्वा किये जायंे तथा अतिपिछड़ी जातियों को ग्राम सभा की रिक्त भूमि पर हरियाली/वृक्षारोपण हेतु पट्टे दिये जायें।
प्रतिनिधि मण्डल के सदस्यों की सभी मांगों को मुख्यमंत्री ने गम्भीरता से लेते हुए यथाशीघ्र कार्यवाही करने हेतु आश्वस्त किया। प्रतिनिधि मण्डल में श्री विशम्भर प्रसाद निषाद, राष्ट्रीय महासचिव सपा, चै0 लालता प्रसाद निषाद पूर्व विधायक, श्री लक्ष्मीकान्त उर्फ पप्पू निषाद विधायक मेंहदावल, डा0 पूर्णमासी देहाती विधायक, श्री गायत्री प्रसाद प्रजापति विधायक, श्री राजनारायण बिन्द पूर्व विधायक, डा0 राजपाल कश्यप अध्यक्ष समाजवादी छात्रसभा, श्रीमती राजमती निषाद विधायक पिपराइच, श्री ब्यासजी गौड पूर्व मंत्री सम्मिलित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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