गैर पारम्परिक ऊर्जा स्रोतों के प्रयोग पर विशेष ध्यान देने की जरूरत
पारम्परिक ऊर्जा स्रोतों से अच्छा स्रोत है गैर पारम्परिक ऊर्जा -जीवेश नन्दन
आज जिस गति से पारम्परिक ऊर्जा स्रोतों का उपभोग हो रहा है, उसको देखते हुये यह स्पष्ट है कि ये ऊर्जा स्रोत अब अधिक समय तक हमारा साथ नहीं दे सकेंगे। इन परिस्थितियों को देखते हुये अक्षय ऊर्जा स्रोतों के उपयोग को बढ़ावा दिया जाना अत्यन्त आवश्यक हो गया है। प्रदेश की सौर ऊर्जा नीति को शीघ्र ही अंतिम रूप दे दिया जायेगा, जिससे प्रदेश में सौर ऊर्जा आधारित बिजली घरों की अधिक से अधिक स्थापना हो सके।
प्रदेश के प्रमुख सचिव अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत, श्री जीवेश नन्दन ने आज देवा रोड चिनहट स्थित वैकल्पिक ऊर्जा शोध विकास एवं प्रशिक्षण केन्द्र में नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय भारत सरकार तथा यूपी नेडा द्वारा आयोजित राजीव गांधी अक्षय ऊर्जा दिवस कार्यक्रम में यह विचार व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि अक्षय ऊर्जा दिवस मनाने की परम्परा इस लिये शुरू की गयी है कि पूरे समाज को यह संदेश दिया जा सके कि पारम्परिक ऊर्जा स्रोतों के साथ-साथ गैर पारम्परिक ऊर्जा स्रोतों की ओर भी ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हर घर के लिये बिजली आवश्यक हो गयी है तथा पारम्परिक ऊर्जा स्रोत अब दिन-प्रतिदिन महंगे होते जा रहे हैं, ऐसी स्थिति में हमें अक्षय ऊर्जा स्रोत पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जिस गति से बिजली के दाम व अन्य पारम्परिक ऊर्जा स्रोतों के दाम बढ़ते जा रहे हैं, उसे देखते हुये वह दिन दूर नहीं जब गैर पारम्परिक ऊर्जा स्रोत, पारम्परिक ऊर्जा स्रोतों की तुलना में काफी सस्ते हो जायेंगे।
निदेशक नेडा, सुश्री अनामिका सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि अक्षय ऊर्जा दिवस के इस अवसर पर हमें अधिक से अधिक गैर पारम्परिक ऊर्जा स्रोत के प्रयोग का संकल्प लेना चाहिये।
इससे पहले लखनऊ विश्वविद्यालय की भौतिक विज्ञान की प्रोफेसर डा0 उषा बाजपेयी ने अपने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से अक्षय ऊर्जा के महत्व पर प्रकाश डाला।
अक्षय ऊर्जा दिवस पर बच्चों के लिये आयोजित निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिता में विभिन्न विद्यालयों के 170 बच्चों ने भाग लिया। निबंध कला प्रतियोगिता में इलाहाबाद पब्लिक स्कूल के ग्यारहवीं के छात्र ओम त्रिपाठी प्रथम, महानगर गल्र्स इन्टर कालेज की 10वीं की छात्रा हिमानी पाण्डे द्वितीय तथा केन्द्रीय विद्यालय गोमती नगर की 9वीं की छात्रा त्विशा गुप्ता ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। सी0एम0एस0 महानगर के तरूण खन्ना को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।
चित्रकला प्रतियोगिता में एच0ए0एल0 स्कूल की 8वीं की छात्रा पूजा कुमारी प्रथम तथा छठीं कक्षा के छात्र आदेश पाल द्वितीय एवं डायमंड पब्लिक सीनियर सेकेन्डरी स्कूल की 8वीं की छात्रा चांद वर्मा को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। महानगर गल्र्स इन्टर कालेज की 7वीं की छात्रा प्रनिता श्रीवास्तव को सांत्वना पुरस्कार मिला।
प्रमुख सचिव वैकल्पिक ऊर्जा श्री जीवेश नन्दन ने सभी विजयी बच्चों को प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार वितरित किए। इस अवसर पर सौर ऊर्जा आधारित एक प्रदर्शनी भी लगायी गयी। इस प्रदर्शनी में लखनऊ विश्वविद्यालय की डा0 उषा बाजपेयी द्वारा विकलांगों के लिये डिजाइन की गयी ट्राइसिकिल विशेष आकर्षण का केन्द्र रही। यह सौर ऊर्जा चालित ट्राइसिकिल है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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