उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि प्रदेश सरकार राज्य में हाईटेक सिटीज के विकास को बढ़ावा देगी। उन्होंने कहा कि बदलते परिवेश में रहन-सहन के तरीके में बदलाव आया है और लोगों की आवश्यकताएं भी बढ़ गई हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि नई अवधारणा और आवश्यकताओं के आधार पर हाइटेक सिटीज को विकसित किया जाए, ताकि लोगों को सारी सुविधाएं एक ही जगह पर मिल सकें और उन्हें इधर-उधर भटकना न पड़े।
मुख्यमंत्री ने यह बात उ0प्र0 राज्य औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड द्वारा कानपुर में प्रस्तावित नए इंडस्ट्रियल सिटी के निर्माण के सम्बन्ध में आज यहां सचिवालय एनेक्सी में आयोजित प्रस्तुतिकरण के मौके पर कही। उन्होंने कहा कि यदि कार्यालय और आवास के बीच में दूरी कम हो तो काम आसान हो जाएगा। इसी प्रकार यदि बच्चों के स्कूल, बाजार इत्यादि भी नजदीक हों तो चीजें और भी आसान हो जाएंगी और आने-जाने में लगने वाले समय और ईंधन की बचत होगी। उन्होंने कहा कि इसी के मद्देनजर हाईटेक सिटीज की संकल्पना की गई है।
ज्ञातव्य है कि उ0प्र0 औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड द्वारा कानपुर में ट्रान्स गंगा क्षेत्र में एक औद्योगिक नगर की स्थापना के सम्बन्ध में आज यहां एक प्रस्तुतिकरण किया गया। प्रस्तुतिकरण में बताया गया कि प्रस्तावित नगर 1132 एकड़ के क्षेत्र में बसाया जाएगा और यह चारों तरफ से दीवार से घिरा होगा। इस शहर के निर्माण में गंगा के घुमावदार स्वरूप का उपयोग करते हुए इसे अत्यधिक सुन्दर बनाया जाएगा। इस पूरे नगर में अण्डरग्राउण्ड वायरिंग, केबलिंग, गैस सप्लाई, पानी की सप्लाई, आॅप्टिक फाइबर इत्यादि की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इस नगर में 300 एकड़ के क्षेत्रफल में एक पार्क का भी निर्माण किया जाएगा। औद्योगिक नगर में निर्मित की जाने वाली इमारतें 28-35 मंजिली होंगी, जिनमें सूचना प्रौद्योगिकी से सम्बन्धित उद्योगों, बी0पी0ओ0, वित्तीय संस्थानों, होटलों इत्यादि की स्थापना की जानी प्रस्तावित है।
ट्रान्स गंगा में प्रस्तावित इण्डस्ट्रियल सिटी में एक ‘एक्सपोजीशन मार्ट’ भी स्थापित किया जाएगा, जिसके आधे भाग में कार मार्ट होगा और आधा भाग चमड़े के सामान तथा हस्तशिल्प उत्पादों इत्यादि के लिए रखा जाएगा। कार मार्ट में सभी कार बनाने वाली कम्पनियों के शोरूम एक ही जगह पर स्थापित किए जाएंगे, जिससे ग्राहकों को कार खरीदते समय चुनाव करने में आसानी हो। इसी प्रकार आधा भाग चर्म उत्पादों तथा हस्तशिल्प उत्पादों के लिए निर्धारित किया जाएगा, ताकि विदेश से आने वाले ग्राहकों को एक ही जगह पर विभिन्न प्रकार के चर्म उत्पाद मिल सकें।
यहां पर प्रस्तावित औद्योगिक इमारतें ‘वर्टिकल मैन्युफैक्चरिंग फ्लैटेड स्ट्रक्चर’ के आधार पर बनाई जाएंगी। शहर के आवासीय क्षेत्रों के लिए एस0टी0पी0 का निर्माण किया जाएगा, जबकि औद्योगिक क्षेत्रों के लिए ई0टी0पी0 का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। इमारतों के सामने के हिस्से में ग्लास स्ट्रक्चर का उपयोग होगा। आवासीय भवनों का सामना चण्डीगढ़ की तर्ज पर बैक फेसिंग होगा। इस शहर में वाटर रिसाइक्ंिलग की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। शहर में बनाई गई हरित पट्टियों/पार्कों में स्ंिप्रकलर के माध्यम से सिंचाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही, रोड पर चलने वाले ट्रैफिक के लिए अलग-अलग लेनों का निर्धारण किया जाएगा, अर्थात धीमे चलने वाले वाहनों के लिए अलग लेन होगी, जबकि तेज चलने वाले वाहनों के लिए अलग लेन होगी।
इस अवसर पर प्रोटोकाॅल राज्यमंत्री श्री अभिषेक मिश्रा, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री अनिल कुमार गुप्ता, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री राकेश गर्ग, प्रबन्ध निदेशक यू0पी0एस0आई0डी0सी0 श्री मनोज सिंह तथा अन्य अधिकारी मौजूद थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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