वर्तमान मौसम बागबानी एवं वानिकी के लिये उपयुक्त है। किसान आम, अमरूद, आॅवला, लीची, केला एवं नीबू वर्गीय अन्य फलों के रोपण के लिये प्रबंध कर पौध रोपण का कार्य शीघ्र करें। वानिकी अर्थात् बड़े वृक्ष लगाने के लिये कृषक आम, गुलमोहर, महुआ, कटहल, जामुन, कंजी, नीम आदि के बीजों की बुवाई करें।
फसल सतर्कता समूह के कृषि वैज्ञानिकों की सलाह के अनुसार बागबानी में केले की अवांछित पुत्तियों की कटाई करें तथा फल वाले पौधों में स्टेकिंग एवं आवश्यकतानुसार जल निकास का प्रबंध करें।
नीबू के कैंकर रोग की रोकथाम के लिये यह मौसम अनूकूल है। इसकी रोकथाम के लिये काॅपर आक्सीक्लोराइट 3-4 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोल कर छिड़काव करें। आॅवले में इस समय सड़न रोग की समस्या हो सकती है। इस की रोकथाम के लिये 8-10 ग्राम बोरेक्स प्रति लीटर पानी का छिड़काव करें। तराई क्षेत्रों में इस समय आम के मुख्य कीट शूट गाल सिला का प्रकोप हो सकता है, इससे बचाव के लिये क्वीनालफास या डाईमेथोएट दो मिली ग्राम प्रति लीटर पानी में छिड़काव करें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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