जर्मनी की उच्च क्षमता कंक्रीट मशीनों के नंबर एक निर्माता ’पुत्ज्मेइस्टर’ जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित सभी श्रेणी की उपकरण और मशीनरी बनाते हैं, अब यह भारतीय बाजारों में उपलब्ध हैं और इनका कारखाना गोवा में स्थित है। ये निर्माण उपकरण बहुमंजिली इमारतों, विद्युत संयंत्रों, बंदरगाहों, रिफाइनरी, मेट्रो रेलों, सड़कों एवं पुलों, हवाई अड्डों और अन्य बड़े पैमाने पर निर्माण परियोजनाओं के लिए अत्यन्त आवश्यक है।
जर्मनी की यह विशाल कम्पनी भारत के निर्माण स्थलों में अधिक स्वचालित और मशीनीकृत सुविधाओं को प्रदान कर यहाँ के निर्माण परिदृश्य को बदलने के एक मिशन पर हैं, इस प्रकार से समय और लागत दोनों में भारी बचत की अपेक्षा की जाती है। पुत्ज्मेइस्टर द्वारा आपूर्ति की गई आधुनिक निर्माण मशीनें उन घातक दुर्घटनाओं की जोखिम को भी कम करती है जो मानव श्रमिक हाथ से जुड़े निर्माण कार्यों में शामिल हैं।
उपरोक्त बातों का उल्लेख करते हुए, मि. विलफ्राइड थेईसेन, प्रबंध निदेशक, पुत्ज्मेइस्टर कंक्रीट मशीन्ज प्रा. लि. ने कहा, ‘‘देश को आर्थिक विकास के लिए बधाई, भारत की बुनियादी ढाँचों एवं रियल इस्टेट बाजार में दिनों-दिन महत्वपूर्ण रूप से विस्तार हो रहा है। भारत में इन निर्माण गतिविधियों में से केवल 10 प्रतिशत ही मशीनों द्वारा किया जाता है। पारंपरिक हस्त निर्माण तरीकों में समय, लागत और खतरों की बहुत अधिक संभावना रहती है। इसलिए भारत में हमारे नवीनतम मशीनों के लिए भारी वृद्धि के अवसर हैं।
पुत्ज्मेइस्टर के कार्य पूरे भारत भर में चल रहे हैं और इनकी मशीनों का उपयोग देश में सबसे बड़े बुनियादी ढांचे के विकास परियोजनाओं में किया जा रहा है, जैसे गुजरात में रिफाइनरी का निर्माण, दिल्ली और बैंगलोर में हवाई अड्डा निर्माण, जल विद्युत शक्ति संयंत्र, थर्मल पावर स्टेशन, दिल्ली रेल मेट्रो काॅर्पोरेशन और विभिन्न अन्य परियोजनाओं को पुत्ज्मेइस्टर के नवीनतम कंक्रीट उपकरणों के उपयोग द्वारा लाभ प्राप्त हुआ है। इसके परिणामस्वरूप देश भर के सभी परियोजनाओं से कम्पनी को भारी प्रतिक्रिया मिली है, इस प्रकार यह कम्पनी भारत में अपने गतिविधियों के विस्तार के लिए प्रेरित है।
यह कम्पनी भारत में अपने कार्यों को आक्रामक तरीके से बढ़ाने के लिए और पूरे देश में रियल इस्टेट एवं बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण में योगदान देने के लिए अग्रसर है। पुत्ज्मेइस्टर देश में अपने निवेश को बढ़ाने की ओर ध्यान दे रही है और इस प्रकार से कई रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं।
गतिविधियों के बारे में आगे व्याख्या करते हुए मि. विलफ्राइड थेईसेन ने वर्णन किया, ‘‘इससे मुझे अपार खुशी मिलती है कि हम भारत की प्रगतिशील और गतिशील अर्थव्यवस्था को बनाने में सक्षम हुए हैं। हम मानते हैं कि अभी तक भारत के लिए नवीनतम विश्व स्तरीय तकनीक को लाने और भारत के विकास की कहानी में योगदान की दिशा में यह एक और कदम है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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