सवायजपुर, बिलग्राम की इस पंचनदियों के क्षेत्र में जो कटियारी में रामगंगा, गम्भीरी, नीलम, गर्रा की नदियों का जलस्तर बढ़ जाने की वजह से यहाँ कटियारी से फर्रूखाबाद के किनारे बसे दोनों तरफ के गाँवों में प्रशासनिक हलचल दिखाई पड़ने से और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहने पर वाशिन्दों में खलबली मच गयी। प्रशासन स्तर से प्रयास किये जा रहे हैं लोगों को सुरक्षित पहुँचाने के लिए तो निवासियों में हलचल स्वाभाविक है धुकधुकी बढ़ने की वजह दो बार की तबाही का मंजर यहाँ के निवासी भला कैसे भूल सकते हैं। सवायजपुर का गोरिया गाँव में कटान शुरू हो चुका है वर्ष 2012 तथा 11 में भी यही हुआ था।वह जख्म निवासी भूल नहीं पाये लभग यही हाल साई, ढकपुरा, बरहुली, मंसूरापुर, बेहटा, श्यामपुर, पत्थरपुरवा आदि का रहा है।साण्डी, हरपालपुर, चैंसार बिलग्राम, कन्नौज मार्ग, मल्लावां के गांवों में तबाही का ंमंजर लोग भूल नहीं पाये जहाँ 50-50साल की गृहस्थी परिवारों की तबाह हो चुकी है। जब गाँव के लोग खाने पीने को भी तरस गये। हालांकि एडीएम राकेश मिश्रा प्रभारी डी0एम0 सहित प्रशासन पूरा सजग है। इन्तजाम मुकम्मल हैं परन्तु बाढ़ आने की आशंका एवं व्यवस्था निर्वहन की जिम्मेदारी इन्हीं अधिकारियों पर आती है तो वह शंकित है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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