नई दिल्ली स्थित इण्डिया हैबिटेट सेण्टर के जकरण्डा हाल में विद्युत समस्याओं पर विचार करने के लिए आज केन्द्रीय विद्युत मंत्री वीरप्पा मोइली की अध्यक्षता में राष्ट्रीय राजधानी समेत 8 राज्यों की बैठक बुलायी गयी थी। इस बैठक में बिजली के पारेषण एवं वितरण के मुद्दों पर चर्चा हुई। उत्तर प्रदेश की तरफ से प्रदेश के औद्योगिक विकास आयुक्त एवं प्रमुख सचिव ऊर्जा डाॅ0 अनिल कुमार गुप्ता ने भाग लिया। उन्होंने उत्तर प्रदेश के पक्ष को बैठक में मजबूती के साथ प्रस्तुत किया।
प्रदेश के औद्योगिक विकास आयुक्त एवं प्रमुख सचिव ऊर्जा डाॅ0 अनिल कुमार गुप्ता ने बताया है कि गत सप्ताह विद्युत ग्रिड ठप्प होने के लिये उत्तर प्रदेश दोषी नहीं है, जैसाकि प्रचारित किया गया। उन्होंने बताया कि विद्युत की मांग एवं आपूर्ति में गैप के कारण ग्रिड फेल होने की घटना हुई थी।
डाॅ0 अनिल कुमार गुप्ता ने बताया है कि उत्तर प्रदेश को इस समय 9000 मेगावाट बिजली की आवश्यकता है जबकि प्रदेश को केवल 7000 मेगावाट बिजली मिल रही है। उन्होंने यह भी बताया कि यदि प्रदेश को कोयला की आपूर्ति समुचित रूप से मिले तो यहां 11900 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा सकता है और अपनी खपत के बाद दूसरे प्रदेशों को भी बिजली निर्यात की जा सकती है।
डाॅ0 गुप्ता ने बताया कि केन्द्र सरकार की आगरा-ग्वालियर-भिण्ड विद्युत लाइन पर अपग्रेडेशन का कार्य चल रहा है जो 400 के0वी0ए0 का है। इसी अपग्रेडेशन के दौरान इस लाइन के ओवर लोड होने के कारण बहुत बड़ा फाल्ट हो गया था और हमें आगरा परिक्षेत्र की लाइट लगातार काटने का निर्देश दिया जा रहा था, जबकि मा0 उच्चतम न्यायालय का आदेश है कि ताज नगरी आगरा की लाइट न काटी जाय।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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