समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने आज यहां कार्यकर्ताओं का आव्हान किया कि वे संगठन की मजबूती पर जोर दें। पांच वर्षो के संघर्ष के बाद समाजवादी पार्टी की सरकार बनी है और अब सन् 2014 के चुनावों के लिए जो लक्ष्य है उसे संगठन की एकता और कार्यकर्ताओं के परिश्रम से ही पाया जा सकता है। उन्होने कहा लोकसभा चुनावों में कांग्रेस और भाजपा का बहुमत नहीं आएगा। अपने-अपने राज्यों से क्षेत्रीय दलों के साॅसद जीतकर आएगें। ऐसे में समाजवादी पार्टी की केन्द्र में प्रभावी और महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
श्री यादव आज यहां समाजवादी पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। इसकी अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव, ने की। बैठक को राष्ट्रीय महासचिव/प्रवक्ता प्रो0 रामगोपाल यादव, किरनमय नन्दा, वरिष्ठ मंत्रीगण अहमद हसन, शिवपाल सिंह यादव, ओमप्रकाश सिंह, भगवती सिंह, डा0 अशेाक बाजपेयी, राम आसरे कुशवाहा, विशम्भर प्रसाद निषाद एवं प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी, आदि ने सम्बोधित किया।
श्री मुलायम सिंह यादव ने कहा कि पिछली सरकार में अत्याचार और शोषण बहुत ज्यादा हुआ था। समाजवादी पार्टी की सरकार के कामकाज और बसपा सरकार के कामकाज में फर्क हैं। यह सरकार जनता की सुविधा के लिए बनी है। इसलिए जनता को विश्वास होना चाहिए कि यह उनकी सरकार है। सरकार और उसके मंत्रियों के प्रति जो आशाएं हैं उनपर उन्हें खरा उतरना होगा। उन्होने कहा कि मेरे और जनता के विश्वास को हरहाल में सरकार और कार्यकर्ताओं को कायम रखना है।
श्री यादव ने कार्यकर्ताओं और मंत्रियों को नसीहत दी कि उन्हंे रागद्वेष से काम नहीं करना है। घमंड नहीं करना है। लालच में नही पड़ना है। कार्यकर्ताओं को ट्रांसफर पेास्टिंग के काम में नही लगना है। उन्होने कहा कि षडयंत्रकारियों की फौज आपके खिलाफ है। इसलिए इसका ध्यान रखना होगा कि भ्रष्टाचार और पक्षपात का आरोप सरकार पर न लगे। जिम्मेदारी बड़ी है उसे बड़प्पन के साथ ही निभाना होगा।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रवक्ता प्रो0 रामगोपाल यादव ने प्रदेश कार्यकारिणी को सम्बोधित करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी की यह सरकार संघर्ष के बल पर बनी है। भ्रष्टाचार और अलोकतांत्रिक कार्यो के विरूद्व हमारा संघर्ष जारी रहेगा। प्रदेश में बहुमत की सरकार ने काम करना शुरू कर दिया है पर अब अगली चुनौती सन् 2014 में लोकसभा चुनावों की है। दिल्ली पर कब्जा करने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर अनुशासनबद्ध तरीके से विरोधी प्रचार से निबटना होगा। सभी ताकतें समाजवादी पार्टी के विरूद्व हैं। बसपा की साजिश में भाजपा कांग्रेस भी शामिल हो गई है। दलालों के जमावड़े अपने विधायकों और मंत्रियों के यहां नहीं लगने चाहिए। संगठन की छवि हर हाल में अच्छी होनी चाहिए।
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आश्वासन दिया कि सरकार चुनाव घोषणा पत्र के सभी वायदे पूरे करेगी और नई योजनाओं के जरिए प्रदेश को खुशहाल बनाएगी। जनता के विश्वास को टूटने नहीं दिया जाएगा। घेाषित योजनाएं लागू हो रही है।
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनने के बाद एक माह विधान मण्डल सत्र चला, ढाई माह तक आचार संहिता लागू रही, मात्र दो महीने ही सरकार को काम के लिए मिले हैं। फिर भी हम नेताजी के सपने को पूरा करेगें। प्रशासनिक व्यवस्था चुस्त-दुस्त की जाएगी। बिजली की स्थिति में सुधार होगा। कानून का राज कायम होगा। बिजली-कानून व्यवस्था में सुधार पर ही बाहरी पूंजीनिवेश आएगा।
बैठक में एक स्वर में सभी ने भरोसा दिलाया कि सन् 2014 में अपेक्षित से बेहतर परिणाम आएगें। उनका मनोबल ऊॅचा है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री जी बेदाग और ऊर्जावान है। उनके परिश्रम से बनी राज्य सरकार ने अल्पावधि में जनहित के कई काम किए हैं। मुस्लिम समाज के हित में राज्य सरकार अपनी भूमिका निभा रही है।
राजेन्द्र चैधरी द्वारा पेश/पारित प्रस्ताव में कहा गया है कि श्री मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में प्रदेश को सषक्त विकल्प देने के लिए मतदाताओं के प्रति आभार जताते हुए मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव द्वारा लोकतंत्र की बहाली और चुनावी वायदों की पूर्ति की दिशा में उठाए गए कदमों की प्रशंसा की गई। बैठक में प्रदेश के समक्ष पेश चुनौतियों से निबटने के सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा गया है कि निरंकुश शासन की जगह पारदर्शी व जवावदेह शासन, भ्रष्ट और संवेदनहीन प्रशासन की जगह ईमानदार और संवेदनशील प्रशासन, सभी वर्गो की उन्नति, कल्याण एवं सर्वांगीण विकास की प्रतिबद्धताओं को मूर्तरूप देने का काम समाजवादी पार्टी की सरकार कर रही है। किसानों, नौजवानों, पिछड़ों, महिलाओ, गरीबों और खासकर मुस्लिम भाइयों को यह एहसास हो रहा है कि समाजवादी पार्टी सरकार उनकी अपनी सरकार है।
प्रस्ताव में मंहगाई और बिजली संकट के लिए केन्द्र सरकार की गलत नीतियों को दोषी ठहराते हुए कहा गया कि केन्द्र सरकार इसे रोकने में असमर्थ साबित हुई है। कार्यकारिणी के प्रस्ताव में समाजवादी सरकार के विरूद्ध सत्ता से बाहर किए गए निहित स्वार्थी एवं सांप्रदायिक तत्वों द्वारा कानून व्यवस्था एवं जातीय सांप्रदायिक उन्माद भड़काने की साजिशों को विफल करने और सन् 2014 में केन्द्र को फतह करने का संकल्प दुहराया गया।
बैठक में सर्वश्री नारद राय, डा0 पी00के0 राय, श्रीमती लीलावती कुशवाहा, श्रीमती विद्यावती राजभर, रिबू श्रीवास्तव, मो0 जफर मसूद, किछौछवी, केदारनाथ सिंह सैंथवार, जुगुल बाल्मीकि, रामाज्ञा सिंह चैहान, राजेश दीक्षित, श्रीमती अम्बेश कुमारी, मधुलिका यादव, हीरा ठाकुर, रमेश प्रजापति, डा0 बहादुर सिंह यादव, गोपीनाथ वर्मा, सहित 30 से ज्यादा सदस्यों ने अपने विचार व्यक्त किये।
बैठक के अंत में पूर्व साॅसद चै0 हरमोहन सिंह यादव, आईएनए की कैप्टन डा0 लक्ष्मी सहगल, अंतर्राष्ट्रीय ख्याति के पहलवान स्व0 दारा सिंह,पूर्व विधायक एवं कांग्रेस मुख्य प्रवक्ता श्री राम कुमार भार्गव, पूर्व विधायक श्री जनार्दन प्रसाद ओझा के पुत्र श्री रवि प्रकाश तथा राज्य कार्यकारिणी सदस्य श्री सत्येन्द्र सैनी के पिता श्री बीरवल सैनी के निधन पर गहरा शोक जताते हुए दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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