उत्तर प्रदेश कंाग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सैय्यद जीशान हैदर ने आज यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि हिमांचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, गोवा, केरल, सिक्किम, राजस्थान और बिहार की तर्ज पर धूम्रपान निषेध अधिनियम 1996 और सिगरेट व अन्य तम्बाकू निषेध अधिनियम 2003 के प्रावधानों को उत्तर प्रदेश में अविलम्ब लागू कर तम्बाकू उत्पादों पर रोक लगायी जाय।
श्री हैदर ने कहा है कि तम्बाकू से मानव शरीर के साथ-साथ पर्यावरण को भी नुकसान पहुंच रहा है। उत्तर प्रदेश में अशिक्षा व गरीबी की वजह से तम्बाकू उपयोग करने के मामले में यह प्रदेश अव्वल है। प्रदेश में तम्बाकू के सेवन से होने वाली बीमारियों और उससे होने वाली मृत्यु के आंकड़े भयावह हैं, फिर भी उ0प्र0 सरकार तम्बाकू पर प्रतिबन्ध लगाने के मूड में नहीं दिख रही है। पिछले दिनों राज्य सरकार द्वारा तम्बाकू उत्पादों पर टैक्स बढ़ाया था जिससे तम्बाकू और सिगरेट के मूल्य में भी इजाफा हुआ, पर बिक्री धड़ल्ले से होने की वजह से इसका सेवन करने वालों में कोई कमी नहीं आयी है, जिसके परिणामस्वरूप सरकार को करोड़ों रूपये राजस्व का फायदा हुआ।
प्रवक्ता ने कहा कि राज्य सरकार के भीतर निर्णय लेने की इच्छाशक्ति की कमी होने की वजह से प्रदेश में तम्बाकू पर प्रतिबन्ध नहीं लगा पा रही है। अगर तम्बाकू पर तत्काल प्रतिबन्ध नहीं लगाया गया तो वो दिन दूर नहीं जब प्रदेश में हर तीन में से एक इंशान कैंसर और फेफड़ें की गंभीर जानलेवा बीमारी से ग्रसित होगा और बड़े पैमाने पर पर्यावरण प्रदूषित होने से तमाम अन्य बीमारियां भी पैदा होंगी जो प्रत्येक व्यक्ति को अपने आगोश में ले लेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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