ऽ राही जन सेवा संस्थान ने जन सूचना अधिकार के तहत घाटाले का किया पर्दाफास
ऽ अपात्र लाभार्थियों व चयन समिति के अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही की मांग
पूर्ववर्ती बसपा सरकार की अति महत्तवाकांक्षी योजना मा0 काषीराम ष्षहरी आवासीय योजना जिसके तहत ऐसे गरीब जो मेहनत मजदूरी के जकरये अपना तथसा आने परिवार का पालन करते हैं तथा उनके सिर पर अपनी पक्की छत न हो को ही उक्त आवास आवंटित किए जाने थे, किन्तु डूडा अधिकारी तीर्थ राज (तत्कालीन) कार्यालय के कर्मचारी राजस्व विभाग के अधिकारियों ण्वं चयन समिति के अकधकारियों के खाउ-कमाउ नीमि के चलते, मात्र 20 प्रतिषत पात्र व्यक्ति ही लाभ पा सके हैं। षेष 80 प्रतिषत ऐसे लोग के नाम आवंटन है जिनके नगर क्षेत्र में एक से अधिक पक्के मकान हैं तथा करोड़ों रूप्ये की सम्पत्ति के मालिक भी हैं। नगर की राही जन सेवा संस्थान द्वारा जन सूचना अधिकार के अन्तर्गत मांगी गयी जानकारी में उक्त बातों का खुलाषा हुआ है। निवास, जाति तथा आय प्रमाण पत्र जिस राषन कार्ड के आधार पर जारी किए गये हैं उन्हें जिला पूर्ति अधिकारी द्वारा दिए गये पत्रांक 204 दिनांक 01 जून 2012 के द्वारा फर्जी होने की बात उजागर हुई है। राही जन सेवा संस्थान ने फार्जी प्रमाणपत्र ( आय, जाति, निवास ) जारी करने वाले राजस्व विभाग के अधिकारियों तथा दूसरे गरीब पात्रों के हक पर डाका डालने वाले आवंटियों के विरूद्ध अभियोग पंजीकृत करवाकर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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