भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश के सूखे की स्थिति को देखते हुए सूखे से फसलों के बचाव तथा किसानों को राहत देने की मांग की है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डा0 मनोज मिश्र ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि देर से आए मानसून व जल वृष्टि की कमी के कारण फसले प्रभावित हो रही है तथा प्रदेश सूखे की चपेट मे आ गया है। बुन्देलखण्ड में त्राहि-त्राहि मची हुई है, लेकिन सपा और बसपा मूर्ति तोड़ो या मूर्ति बनाओं में उलझी हुई है। डा0 मिश्र ने कहा कि सरकार को मूर्तियो के बजाय प्रदेश की जनता की चिन्ता करनी चाहिए। सपा सरकार आपसी अन्तविरोधी में फंसे होने के कारण अर्निणय व दिशाहीनता की स्थिति मे है तथा उनके पास जनहित तथा विकास कार्यो के लिए पर्याप्त समय न होना चिन्ता का विषय है।
प्रवक्ता डा0 मिश्र ने कहा कि औसत से भी कम जल वृष्टि के कारण खरीफ की फसल बर्बाद हो सकती है, धान की रोपाई प्रभावित हो रही है तथा फल और सब्जियों के दाम आसमान की ओर जा रहे है। प्रदेश का किसान बर्बाद हो रहा है तथा बुन्देलखण्ड मे अभी कुछ ही दिनों मे लगभग दर्जनभर किसान आत्महत्या कर चुके है। बुन्देलखण्ड की ज्यादातर नदियां सूख गई है तथा यमुना और बेतबा मे पानी काफी कम है। बुन्देलखण्ड का किसान बेहाल और बदहाल है। पीने के पानी का संकट दिन व दिन विकराल होता जा रहा है। डा0 मिश्र ने आरोप लगाया कि जब प्रदेश की जनता परेशान है उस समय सपा सरकार का शुतुरमुर्गी रवैया हैरान करने वाला है।
डा0 मनोज ने मांग की कि सपा सरकार तत्काल लोक लुभावन वादों को छोड़कर प्रदेश की गम्भीर समस्याओं पर अपना ध्यान केन्द्रित करें। सम्भावित सूखे की चपेट मे आने से पहले प्रभावित क्षेत्रों और लोगों को क्या और कैसी सहायता चाहिए पर विचार करना चाहिए। प्रदेश प्रवक्ता ने प्रदेश सरकार से मांग किया कि प्रत्येक जिले में आकस्मिक योजना बनाकर फसलों की सिंचाई हेतु पानी व बिजली की पर्याप्त व्यवस्था के लिए सरकार ठोस कदम उठाएं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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