सफाई कर्मचारियों का तीन माह में एक बार स्वास्थ्य परीक्षण अनिवार्य रूप से कराया जाय तथा शिक्षित सफाई कर्मियों को योग्यता के अनुसार पदोन्नति भी दी जाये।
उक्त निर्देश राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य श्यौराज जीवन ने आज कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारियों को सीवर सफाई के समय मास्क उपलब्ध कराने तथा प्रत्येक तीन माह के अन्तराल पर स्वास्थ्य परीक्षण हेतु स्वास्थ्य कैम्प लगाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जो सफाई कर्मचारी नियमित रूप से कार्य कर रहे है उन्हें नियमानुसार स्थाई करने की कार्यवाही की जाय। ऐसे सफाई कर्मचारी जिनके मकानों की स्थिति दयनीय है, आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है ऐसे मकानों का सर्वे कराने के निर्देश दिये।
मा0 सदस्य ने बैठक में अनुपस्थित अधिकारियों के सम्बन्ध में जिलाधिकारी से अनुरोध किया कि ऐसे लापरवाह अधिकारियों का स्पष्टीकरण किया जाय ताकि भविष्य में सुधारा जा सके।
मा0 सदस्य ने कहा कि सिर पर मैला ढोने की प्रथा को पूर्ण रूप से समाप्त होना चाहिए क्योंकि यह कुप्रथा समाज के नाम पर कलंक है। उन्होंने सफाई कर्मियों को सरकारी योजनाओं का लाभ जैसे अनुसूचित जाति/जनजाति वित्त विकास निगम द्वारा लघु उद्योगों के लिए 25 से 50 हजार तक का ऋण उपलब्ध कराने, विधवा, वृद्धावस्था पेंशन सहित अन्य योजनाओं के द्वारा लाभान्वित करने के लिए नगर निगम परिसर में ही संयुक्त कैम्प लगाने के निर्देश दिये, ताकि एक ही स्थान पर समस्याओं का निस्तारण हो सके।
नगर आयुक्त डी0के0सिंह ने अतगत कराया कि सफाई कर्मचारियों के क्षेत्र में दो नये सामुदायिक केन्द्र नुनिहाई तथा लोहामण्डी में तैयार किये गये है तथा शहर में अन्य पार्को की व्यवस्था सुधारने का कार्य किया जा रहा है।
बैठक में जिलाधिकारी अजय चैहान , वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0सी0 वाजपेयी, अपर जिलाधिकारी (नगर) अरूण प्रकाश, अपर नगर आयुक्त के0 पी0 त्रिपाठी, पर्यावरण अभियन्ता राठी, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 मंजू शर्मा, जिला पंचायत राज अधिकारी टी0सी0 पाण्डे सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com