निःशुल्क बोरिंग योजना के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2012-13 में 75 करोड़ रुपये के परिव्यय के सापेक्ष 1.33 लाख बोरिंग की जायेंगी। इसके लिए 74.05 करोड़ रुपये का बजट प्राविधान किया गया है।
लघु सिंचाई विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार गत वित्तीय वर्ष में 1.69 लाख निःशुल्क बोरिंग के सापेक्ष 1.73 लाख बोरिंग पूर्ण की गई। मार्च 2012 तक कुल 40.84 लाख निःशुल्क बोरिंग पूर्ण की जा चुकी हैं जिसमें से 14.91 लाख बोरिंग अनुसूचित जाति/जनजाति के कृषकों की हंै।
निःशुल्क बोरिंग योजना के अन्तर्गत सामान्य श्रेणी के लघु, सीमान्त तथा अनुसूचित जाति/जनजाति के कृषकों हेतु बोरिंग की अनुदान सीमा क्रमशः 5000 रुपये, 7000 रुपये एवं 10,000 रुपये अनुमन्य है। इसके अतिरिक्त पम्पसेट की स्थापना पर अनुदान सामान्य श्रेणी के लघु एवं सीमान्त तथा अनुसूचित जाति/जनजाति कृषकों को पम्पसेट की वर्तमान इकाई लागत 18,000 रुपये के आधार पर इकाई लागत का क्रमशः 25 प्रतिशत अधिकतम 4500 रुपये, 33.33 प्रतिशत अधिकतम 6,000 रुपये एवं 50 प्रतिशत अधिकतम 9,000 रुपये कर दिया गया है।
निःशुल्क बोरिंग योजना के वर्तमान स्वरूप को परिवर्तित करते हुए योजना के अन्तर्गत उक्त वर्णित अनुदान के अतिरिक्त सभी श्रेणी के लघु एवं सीमान्त कृषकों को लक्ष्य के सापेक्ष 25 प्रतिशत लाभार्थियों को 90 एम0एम0 व्यास का 30 से 60 मीटर एच0डी0पी0ई0 पाइप सिंचाई सिस्टम स्थापित करने के लिए लागत का 50 प्रतिशत अधिकतम 3,000 रुपये के अनुदान पर उपलब्ध कराया जायेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com