समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि पिछली बसपा सरकार ने सबसे ज्यादा नुकसान पर्यावरण का किया था। लाखों हरे और फलदायी पेड़ निर्ममता से काट डाले गए। अपशिष्ट पदार्थो से भरे नालों से नदियां प्रदूर्षित हो गई। वन क्षेत्र में कमी आती गई। वृक्षारोपण के नाम पर आए धन का बंदरबांट करने में माफिया, नेता और अफसरो ने रिकार्ड तोड़़ दिया। पूर्व मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजनाओं पार्को, स्मारकों में कमीशन के चक्कर में इतने पत्थर जड़ दिए गए कि लखनऊ-नोएडा के तापमान में गर्मी बढ़ गई। धूलकणों से वहां के क्षेत्रवासियों को कई गम्भीर बीमारियां भी हो गई।
समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने, जिन्होने स्वयं पर्यावरण के क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल की है, पर्यावरण सुधार को प्राथमिकता दी और संबंधित कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का पुनर्गठन कर उसको सक्रिय किया। नए कारखानों को अनापत्ति देने की शर्त में शुद्धीकरण संयंत्र लगाए जाने की अनिवार्यता की गई है। जिन पुराने कारखानों को अनापत्ति दी जा चुकी है उनमें भी शुद्धीकरण संयंत्र लगाये जाने की व्यवस्था की गई है। सरकार ने वायु प्रदूषण तथा स्थल मापदंड की दृष्टि से ईट भट्ठों की स्थापना एवं संचालन हेतु उत्तर प्रदेश ईट भट्ठा नियमावली बनाए जाने का भी निर्णय लिया है।
प्रदेश में ग्रीन बेल्ट के विकास के लिए प्रत्येक जनपद में तीन चार स्थल विकसित किए जाएगें। हरित पट्टी में रोपित किए जाने वाले पौधों की ऊॅचाई आठ फीट से बारह फीट तक होगी। इस कार्य में स्थानीय निवासियों, जन प्रतिनिधियों एवं विद्यार्थियों की सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी। नीम, महुआ, साल, पीपल, बरगद, बड़, बीजा साल एवं आम पर्यावरण की दृष्टि से अत्यन्त महत्वपूर्ण है। इन्हें संरक्षण दिए जाने के उद्देश्य से इनकी कटान की समय सीमा को, 31 दिसम्बर,2020 तक बढ़ा दिया गया है। प्रदेश में इको पर्यटन विकास योजना भी लागू की जा रही है। इसके अंतर्गत लाख बहोसी पक्षी बिहार, कन्नौज तथा नवाबगंज पक्षी बिहार, उन्नाव में विशेष इको पर्यटन विकास का कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर आगरा मेगा प्रोजेक्ट फेज-2 के अंतर्गत 18Û26 करोड़ रूपए से, शाहजहाॅपुर पार्क का विकास, 6Û41 करोड़ रूपए से, फतेहपुर सीकरी का विकास एवं 2Û56 करोड़ रूपए से ताज नेचर पार्क के द्वितीय चरण में 340Û98 लाख रूपए से वृक्षारोपरण, पौध रोपण सिंचाई आदि के कार्य कराए जाने की योजना को भी अंतिम रूप दिया गया है। प्रदेश के 3 जनपदों में लोहिया पर्यावरणीय उद्यान स्थापित किए जाने की व्यवस्था की गई है जिसके लिए 4Û50 करोड़ रूपए की धनराशि का पहली बार प्राविधान किया गया है।
श्री अखिलेश यादव ने अपनी सरकार बनने पर कहा था कि वे पार्को, स्मारकों और पत्थरों के बजाए जनहित की योजनाओं पर ध्यान देगें। उनका मानना है कि पर्यावरण को सुरक्षित रखना भावी पीढि़यों के प्रति हमारी एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। इस जिम्मेदारी को पूर्ण करने हेतु समाजवादी सरकार द्वारा पूर्ण प्रयास किए जा रहे हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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