भारतीय जनता पार्टी ने राज्य की सपा सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए सरकार की कथनी और करनी पर सवाल खड़े किये ? प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि एकतरफ मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने घोषणा पत्र में किये वादों को पूरा करने की बात करते है वही दूसरी ओर सिंचाई शुल्क के रूप में करोड़ो रूपये वसुलने का लक्ष्य निर्धारित कराते है।
प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने अपने घोषणा में ” सरकार के सिचाई के जितने भी साधन हैं, जैसे- नहर और सरकारी नलकूप, इससे किसानो को पानी मुफ्त दिया जायेगा। ” का वादा किया था। लेकिन सरकार ने इस संदर्भ में आज तक कोई दिशा-निर्देश सिचाई विभाग को नही जारी किये। जिसके कारण सिचाई विभाग ने अपनी समीक्षा बैठक में चालू वित्तीय वर्ष में करोड़ो रूपये सिचाई वसूली का लक्ष्य सुनिश्चित किया है। विभाग मई माह मे कई करोड़ रूपये वसूल भी कर चुका है।
प्रदेश प्रवक्ता श्री पाठक ने कहा कि सिचाई विभाग अपनी सिचिंत भूमि का वर्ष में दो बार एक मई को रवी फसलों का और एक दिसम्बर को खरीफ की फसलों के सिचिंत क्षेत्रफल का ब्यौरा एकत्र कर सूची बनाकर राजस्व विभाग को वसूली के लिए भेजता है। वर्तमान वित्तीय वर्ष के लिए सरकार ने सदन से जो बजट पास कराया उसमे किसानो के सिचाई शुल्क माफ किये जाने के लिए वित्तीय प्राविधान नही है।
उन्होंने कहा कि यह इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि सरकार की नियत किसानों के सिचाई शुल्क माफ करने की नही है। सपा घोषणा पत्र में किये गये वादो से लगता है कि वादे वादे की ही तरह रह जायेगे। कही न कही मुख्यमंत्री की कथनी और सरकार की करनी मे अन्तर स्पष्ट दिखाई दे रहा है मुख्यमंत्री बेरोजगारी भत्ता सहित तमाम लोकप्रिय घोषणाएं लागू किये जाने का दावा करते है पर इतने नियम कानून बन जा रहे है की बेरोजगार ढूंढे नही मिल रहे है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि शीघ्र किसानो से किये वादा निभाये सिचाई शुल्क के रूप मे वसूली पर रोक लगाये।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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