प्रदेश में कम्बल उत्पादन योजना के अन्तर्गत लगाये गये मशीन उपकरण पुराने होने के कारण उत्पादन प्रभावित हो रहा है इसके साथ ही इस उत्पादन में लगे बुनकर एवं कतकरों का जीवन-यापन भी सीधे प्रभावित हो रहा है। इसको ध्यान में रखते हुए वर्तमान वित्तीय वर्ष में रु0 25 लाख के बजट की स्वीकृति प्रदान की गई है।
खादी ग्रामोद्योग की सूचना के अनुसार उ0प्र0 खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा खादी विकास योजना के अन्तर्गत सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि पर आधारित निर्भरता समाप्त करने के उद्देश्य से ग्रामीण क्षेत्रों में 12 खादी उत्पादन केन्द्रों का संचालन किया जा रहा है। वर्तमान में इन केन्द्रों पर उपलब्ध चरखें पूर्णतया जीर्ण-शीर्ण एवं निष्प्रयोज्य हो चुके हैं और उनकी उत्पादन क्षमता घट गई है। आवंटित धनराशि से खादी उत्पादन केन्द्रों का सुदृढ़ीकरण कराया जायेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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